सड़कों के दुश्मन बने ओवरलोडेड वाहन, जिम्मेदार बेफिक्र
संवाद सहयोगी खागा सड़कों की लंबी उम्र के लिए ओवरलोडिग पर पूर्णतया प्रतिबंध का सरकारी फ
संवाद सहयोगी, खागा: सड़कों की लंबी उम्र के लिए ओवरलोडिग पर पूर्णतया प्रतिबंध का सरकारी फरमान सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया। अधिकारियों के कार्यालय, पुलिस थाना, चौकी के सामने से दिन-रात मौरंग, गिट्टी लदे ट्रक व डंपर फर्राटा भरते निकलते हैं। एक चक्कर में दोगुना कमाई की चाहत में वाहन चालक सड़क के दुश्मन बने हुए हैं।
क्षेत्र में संचालित मौरंग खदानों में तमाम कवायद के बाद भी ओवरलोडिग नहीं रुक रही है। किशुनपुर थाने के गढ़ीवा-मझिगवां व धाता थाना क्षेत्र में संचालित मौरंग खदानों से दिन-रात ओवरलोड वाहन निकाले जाते हैं। खदानों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने का दावा किया जा रहा है। धर्मकांटा लगाकर वाहनों को तौल के बाद निकाले जाने की दुहाई दी जा रही है। सारी व्यवस्थाएं मानक के मुताबिक होने के बावजूद खदानों में ओवरलोडिग का खेल नहीं थम रहा है। महीने में एक, दो बार प्रशासनिक अधिकारी खदान पहुंचकर संचालकों को नियम-कानून का पाठ पढ़ाकर लौट आते हैं। एक, दो दिन मानक के मुताबिक लोडिग करने के बाद वाहनों को ओवरलोड निकालने का खेल शुरू हो जाता है। ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही से खदान के रास्तों पर गहरे गड्ढे बन चुके हैं। सड़कों की हालत ऐसी हो चुकी हैं, जिनमे दो पहिया वाहन से सफर करना जोखिम भरा साबित होता है। यमुना तटवर्ती गांवों में एंबुलेंस भी समय से पहुंचकर मरीज नहीं ला पाती हैं। खखरेड़ू-दामपुर मार्ग पर अढैया मोड़ से दामपुर गांव तक पांच किमी सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। किशुनपुर थाना क्षेत्र में संचालित गढ़ीवा-मझिगवां खदान से दिन-रात निकलने वाले ओवरलोडेड वाहनों की वजह से गुरुवल-रामपुर मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। टुटहवापुर-थुरियानी, थुरियानी-नरैनी मार्ग पर दिन-रात निकलने वाले ओवरलोडेड वाहनों की वजह से सफर करना मुश्किल बना हुआ है। कार्रवाई से बचने के लिए मुख्य सड़कों की बजाय वाहन चालक ग्रामीणांचल की सड़कों को ध्वस्त कर रहे हैं।
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ओवरलोडिग के खिलाफ जारी है अभियान
- ओवरलोडिग के खिलाफ लगातार अभियान चल रहा है। अलग-अलग खदानों से निकलने वाले दर्जनों ट्रक व ट्रैक्टर ट्रालियों के खिलाफ ओवरलोड में कार्रवाई की जा चुकी है। जल्द ही संबंधित विभाग के साथ ओवरलोडिग के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
- प्रह्लाद सिंह, एसडीएम-खागा