चटख धूप निकलने के बाद शुरू होती ग्रामीण अस्पतालों की ओपीडी
संवाद सहयोगी, खागा : ग्रामीण इलाकों में खुले सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का माखौल उड़
संवाद सहयोगी, खागा : ग्रामीण इलाकों में खुले सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का माखौल उड़ाया जा रहा है। चिकित्सक की अनुपस्थिति में वार्ड ब्वाय, फार्मासिस्ट मरीजों का इलाज करते हैं। चटख धूप निकलने के बाद घंटों देरी से ओपीडी शुरू होती हैं। ग्रामीण मजबूरी में झोलाछाप से इलाज कराते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए पीएचसी, एडिशनल पीएचसी का संचालन हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में सर्दी के मौसम में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ओपीडी का समय निर्धारित किया गया है। सेवाओं का आलम यह है कि ग्रामीणांचल के अस्पतालों में सुबह 11 बजे के बाद ही डाक्टर पहुंचते हैं। चंदापुर गढ़ा, कोट, जहांगीर नगर गहुरा, किशुनपुर, अजईपुर, मोहम्मदपुर गौंती, छिवलहा आदि गावों में संचालित पीएचसी तथा एडिशनल पीएचसी में डाक्टर के न पहुंचने पर फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय मरीजों का उपचार करते हैं। लंबे इंतजार के बाद एडिशनल पीएचसी किशुनपुर में चिकित्सक व स्टाफ पहुंचने से ग्रामीणांचल के मरीजों को जरूर राहत मिली है।
तैनाती के बाद भी डाक्टर की कुर्सी खाली
ग्रामीणांचल के अस्पतालों में तैनाती लेने के बाद चिकित्सक नहीं पहुंचते हैं। कटोघन, मोहम्मदपुर गौंती तथा कोट गांव में संचालित अस्पतालों में ग्रामीणों को महीने में कभी-कभार ही डाक्टर मिलते हैं। कोट गांव में महिला चिकित्सक की तैनाती के बाद भी कुर्सी खाली रहती है। बताते हैं सुदूरवर्ती गावों में तैनाती लेने के बाद विभागीय से¨टग से यह खेल होता है। कटोघन, मोहम्मदपुर गौती में काम चलाऊ व्यवस्था
कटोघन तथा मोहम्मदपुर गौंती में चिकित्सक की तैनाती नहीं हो सकी। मोहम्मदपुर गौती में आयुष चिकित्सक जैसे-तैसे ओपीडी संचालित करते हैं। यहां पर तैनात चिकित्सक लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं। कटोघन में महीनों बाद भी चिकित्सक की तैनाती नहीं हो सकी है। चंदापुर गढ़ा में भी यूनानी चिकित्सक के भरोसे ओपीडी संचालित हो रही है।
लापरवाही की होगी जांच
एसीएमओ डॉ. भूपेश द्विवेदी, एसीएमओ ने कहा कि ग्रामीणांचल में खुले पीएचसी, एडिशनल पीएचसी में समय से ओपीडी शुरू होनी चाहिए। कहीं पर यदि देरी से अस्पताल खुलते हैं तो लापरवाह स्टाफ के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।