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3.50 करोड़ की रायल्टी दबाने में 317 उद्यमियों को नोटिस

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: तमाम कोशिश के बाद भट्ठा उद्यमी नियम और मानक के साथ ईंट उद्योग

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Jul 2018 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 28 Jul 2018 06:51 PM (IST)
3.50 करोड़ की रायल्टी दबाने में 317 उद्यमियों को नोटिस
3.50 करोड़ की रायल्टी दबाने में 317 उद्यमियों को नोटिस

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: तमाम कोशिश के बाद भट्ठा उद्यमी नियम और मानक के साथ ईंट उद्योग का कारोबार नहीं कर रहे हैं। पिछले तीन साल में 317 भट्ठा मालिकों ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए करीब साढ़े तीन करोड़ की रायल्टी दबा ली है। नतीजा कि राजस्व की वसूली नहीं होने से राजकोष को तगड़ा झटका लगा है। इस स्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए डीएम आंजनेय कुमार ¨सह ने खनिज विभाग के पेंच कसे जिसके बाद विभाग ने जिले भर में रायल्टी न जमा करने वाले 317 भट्ठा मालिकों को नोटिस जारी कर ब्याज सहित रायल्टी जमा करने का निर्देश दिया। अचानक कार्रवाई से जिले भर ईंट उद्योग में हडकंप मच गया है वहीं लोग बचत के रास्ते खोजने में जुट गए हैं।

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जिले भर में करीब चार सैकड़ा भट्ठा संचालित हो रहे हैं। भट्ठा संचालन के लिए अनुमति पाया के हिसाब से मिलती है। पूरे जनपद में 15 पाया से लेकर 23 पाया तक के भट्ठा संचालित हो रहे है। वर्ष 2017-18 में यूपी सरकार द्वारा मिट्ठी से रायल्टी हटाने की घोषणा के बाद अधिकांश भट्ठा मालिकों ने रायल्टी जमा करना बंद कर दिया। खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता की माने तो मिट्टी की रायल्टी पर भट्ठा उद्योगों को राहत नहीं दी गयी है। इन उद्योगों को मिट्टी की रायल्टी पूर्व की भांति ही जमा करना होगी। उन्होंने बताया कि जिले भर में वर्ष 2015 से वर्ष 2018 तक के समय में अधिकांश भट्ठा मालिकों ने रायल्टी जमा नहीं की है। जिसके लिए उन्हें बार-बार निर्देश दिया गया है लेकिन रायल्टी जमा नहीं हुई। जिसके कारण अब रायल्टी जमा न करने वालों को खिलाफ संस्थानवार नोटिस जारी की गयी है।

24 फीसद लगेगा वार्षिक ब्याज

-यूं तो भट्ठे के लिए वार्षिक रायल्टी भट्ठे के पाया के अनुसार तय है, लेकिन यदि कोई उद्यमी वर्ष में रायल्टी जमा नहीं करता है उस कुल रायल्टी रकम पर 24 फीसद ब्याज का प्राविधान है। प्रशासन ने तीन साल के राजस्व वसूली के लिए हर भट्ठा मालिक के खिलाफ 24 फीसद वार्षिक ब्याज की रकम भी जोड़ी है।

चालान न चढ़वाना पड़ा महंगा

-नोटिस पाने वाले अनेक भट्ठा उद्यमियों ने रायल्टी की रकम जमा भी ही है, लेकिन बैंक चालान विभाग में चढ़ा न होने के कारण उनके नाम भी नोटिस जारी हो गयी है। ऐसे लोगों के लिए खनिज विभाग ने छूट यह दी है कि अगर किसी ने रायल्टी जमा की है और उसका चालान उसके पास है तो उसे राहत दी जाएगी।

ईट भट्ठे की रायल्टी (एक वर्ष)

भट्टे का प्रकार रायल्टी

15 पाया 97300

16 पाया 99650

17 पाया 102000

18 पाया 104350

19 पाया 106700

20 पाया 109050

21 पाया 111400

22 पाया 113750


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