धान की धीमी तौल पर 12 केंद्र प्रभारियों को नोटिस
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : धान खरीद केंद्रों पर भारी मात्रा में धान तौल के लिए डंप पड़ा है
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : धान खरीद केंद्रों पर भारी मात्रा में धान तौल के लिए डंप पड़ा है। बूंदाबांदी व बादल के बीच धान किसानों को धान बचाने की ¨चता सता रही है। खुले आसमान के नीचे पड़े धान के ढेरों को सुरक्षित करने के लिए क्रय केंद्रों में तिरपाल की व्यवस्था नहीं है। धीमी तौल होने के कारण डीएम के निर्देश पर 12 केंद्र प्रभारियों को नोटिस जारी की गई है।
सरकारी मूल्य पर धान खरीदने के लिए जिले में 31 केंद्र खुले हुए है। यूं तो एक नवंबर से धान खरीद शुरू हो गई थी, लेकिन आन लाइन पंजीयन व सत्यापन जैसी दिक्कतों के चलते खरीद में तेजी नहीं आ पाई। दिसंबर माह में बड़ी मात्रा में धान क्रय केंद्रों में डंप पड़ा है। एडीएम जेपी गुप्ता का कहना था कि धान की तौल में गति लाने के लिए सुस्ती बरत रहे 12 केंद्र प्रभारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। बूंदाबांदी बनी मुसीबत
किसान बारिश से बचाव के लिए स्वयं बरसाती की व्यवस्था कर रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक तौर पर अभी तक क्रय केंद्रों में तिरपाल नहीं पहुंचा पाये हैं। इससे किसानों में गुस्सा है। जिले में 31 क्रय केद्रों के माध्यम से धान की तौल की जा रही है। जिले में अब तक 170240 मैट्रिक टन की तौल हो चुकी है। धान मंडी परिषद, गाजीपुर, असोथर, लदिगवा, थारियांव समेत कई केंद्रों में धान डंप है। मामले पर डिप्टी आरएमओ रमेश कुमार का कहना था कि धान रोजाना तौला जाता है। कहा कि जो किसान बिना बुलाए धान लेकर केंद्रों में आ जाते हैं, उन्ही का डंप होगा। कहा कि धान को सुरक्षित रखने के लिए तिरपाल की व्यवस्था कराई जा रही है। क्या कहते हैं किसान
असोथर के किसान राम ¨सह, मलवां के शिवबाबू, विलंदपुर के सलीम, हुसेनगंज के शैलेंद्र पटेल, कमलेश समेत कई का कहना था कि केंद्रों में धान तौलने की गति धीमी है, इसीलिए केंद्रों में धान डंप है। किसानों ने कहा कि यदि धान की तौल में शीघ्र तेजी नहीं आती है तो कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया जायेगा ।