नोडल अधिकारी को पीएचसी में नहीं मिली दर्द, बुखार की दवा
संवाद सूत्र हसवा: स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के दावे उस समय तार-तार हो गए जब हसवां पीएचसी में
संवाद सूत्र हसवा: स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के दावे उस समय तार-तार हो गए जब हसवां पीएचसी में नोडल अधिकारी अमृता सोनी हालात देखकर खुद अपना माथा ठोकने लगी। सीएचसी में दर्द, बुखार और प्रसव में प्रयोग होने वाले जरूरी इंजेक्शन तक नहीं मिले। हालात देखकर उन्होंने कहा कि फर्जी आंकड़े भरना नहीं जिस काम के लिए उन्हें सरकार ने नौकरी दी है वह काम जिम्मेदारी से करके दिखाएं। निर्माणाधीन सीएचसी की निर्माण गुणवत्ता पर नाराजगी जताते हुए शासन को निर्माण एजेंसी को पत्राचार करने का निर्देश दिया।
पीएचसी में भर्ती शैयबा बानो और बदरूनिशा से पूछतांछ के दौरान बताया कि डाक्टर बाहर से दवा लिखते हैं। इस पर उन्होंने डीपीएम लालचंद्र को हर तरह की दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने टीकाकरण, प्रसव जैसी सेवाओं पर पूरा फोकस रखा जाए। उन्होंने लेबर रूम, इमरजेंसी, उपस्थिति रजिस्टर, ओपीडी कक्ष समेत अस्पताल की हर सेवा पर नजर दौड़ाई और बदतर स्थिति करार देते हुए सीडीओ चांदनी ¨सह को स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने को कहा। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरूण कुमार, बीडीओ मुकेश कुमार, डॉ. एके श्रीवास्तव, डॉ. आनंद, अनीता ¨सह, नीता सचान, दीपिका सचान, समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।