डेढ़ माह से कर्मचारी नहीं, एक माह से मशीन
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : रोडवेज बस के घायल यात्रियों के इलाज के लिए डाक्टर व पैरामेि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : रोडवेज बस के घायल यात्रियों के इलाज के लिए डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ मुस्तैद तो हुआ, मगर गंभीर मरीजों के उपचार में बेबस दिखे। सिस्टम की खामियों का रोड़ा इलाज व्यवस्था के आड़े आया। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन तो है, लेकिन इसे चलाने के लिए एक माह से कर्मचारी नहीं मिल सका है। आइसीयू की स्थापना के लिए डेढ़ माह पहले ही मशीनों का प्रस्ताव शासन से स्वीकृत हो चुका है, लेकिन आज तक मशीनों का अतापता नहीं है। गंभीर घायलों के इलाज के नाम पर डाक्टरों की मायूसी लाइलाज अफसरशाही को बयां कर रही थी। जिला अस्पताल सिर्फ रेफर केंद्र के रूप में काम आया।
हाईवे की दुर्घटनाओं पर त्वरित इलाज के लिए ट्रामा सेंटर की करोड़ों रुपये की लागत से बनी इमारत संसाधन के अभाव में इस बड़े हादसे में काम नहीं आई। कराह रहे घायलों की मरहम-पट्टी से ज्यादा इलाज नहीं मिल पाया। सीटी स्कैन मशीन का उपयोग इसलिए नहीं हो सका, क्योंकि इसको चलाने वाले कर्मचारी नामित संस्था लखनऊ की एलएलआर ने पिछले एक माह से उपलब्ध नहीं कराए। आइसीयू सुविधा संचालित करने के लिए एक माह पहले निर्णय हुआ था। शासन से वेंटीलेटर समेत लाइफ सपोर्ट सिस्टम की कई मशीनें तक स्वीकृत हो गई, मगर आपूर्ति नहीं की गई। सीएमएस डा. प्रभाकर ने कहा कि नामित संस्था से बराबर पत्राचार किया जा रहा है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा। मशीनों की आपूर्ति के लिए भी शासन को पत्र डीएम के माध्यम से भेजा गया है।