गल्ला माफिया के इशारे पर चल रहे नेफेड के खरीद केंद्र
जागरण संवाददाता फतेहपुर धान खरीद में नेफेड के खरीद केंद्रों में बड़ा खेल चल रहा है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : धान खरीद में नेफेड के खरीद केंद्रों में बड़ा खेल चल रहा है। शहर के राधानगर क्षेत्र के रहने वाले एक गल्ला माफिया के इशारे पर संचालित केंद्रों में किसानों का धान 15 से 16 सौ रुपये प्रति क्विंटल का खरीदा जा रहा है। किसानों की ही खसरा-खतौनी में कम धान दिखाकर लाखों रुपये का प्रतिदिन का खेल हो रहा है।
नेफेड (राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ) के जिले में 17 केंद्र संचालित हैं। संस्था ने यह केंद्र ठेके में उठाकर मनमानी करने की छूट दे दी है। असोथर विकास खंड के ग्राम बरूहा, जागेश्वरधाम, सातो जोगा, असोथर कस्बा, हरनवा में चल रहे हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर विपणन विभाग नेफेड के केंद्रों की जांच करा रहा है। नेफेड के कुछ केंद्र तो ऐसे है जिनमें बिचौलियों का पूरी तरह से कब्जा है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि केंद्रों में आने वाले किसानों से कटौती के नाम रेट पर धान खरीदा जाता है। नेफेड के केंद्रों में इसके पहले भी गेहूं व धान ºीद में बड़े पैमाने पर धांधली पकड़ी गई है। इस बार भी यह केंद्र धान खरीद के पारदर्शी दावे के पोल खोल रहे हैं।
हाइब्रिड धान में कर रहे कटौती
हाइब्रिड धान लेकर जाने वाले किसानों को केंद्रों से लौटाया जा रहा है। टूटन अधिक बताकर किसानों से प्रति क्विंटल 10 से 15 किलो कटौती की जाती है। किसानों का कहना है कि हाइब्रिड के नाम खरीद केंद्रों में किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। केंद्र प्रभारी व मिल संचालकों की मिलीभगत से कटौती का खेल खेला जा रहा है।
धान खरीद में क्रय एजेंसियों पर पूरी नजर रखी जा रही है। डंकल के धान में रिकवरी दर मात्र 50 प्रतिशत होने से केंद्र प्रभारी खरीद नहीं रहे हैं। अन्य धान की खरीद सभी केंद्रों में की जा रही है।
अविनाश झा, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी