फतेहपुर में भ्रष्टाचार में लिप्त मंडी निरीक्षक, सचिव व सहायक निलंबित, व्यापारियों ने डीएम से की थी शिकायत
फतेहपुर में कृषि उत्पादन मंडी समिति में भ्रष्टाचार में लिप्त मंडी निरीक्षक समेत सहायक और सचिव को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले व्यापरियों ने डीएम को ऑडियो क्लिप थमा शिकायत की थी। व्यपारियों ने केंद्रींय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से भी शिकायत की थी।
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। कृषि उत्पादन मंडी समिति में भ्रष्टाचार को लेकर आवाजें तो उठती रही हैं, पर कार्रवाई के पहले ही दब जाती रहीं। पहली बार व्यापारियों और मंडी प्रशासन के टकराव का नतीजा रहा भ्रष्टाचार की बात उजागर हुई और एसडीएम की जांच रिपोर्ट पर मंडी निदेशक ने मंडी निरीक्षक व मंडी सहायक को निलंबित कर दिया।
कृषि कानून वापसी के बाद से स्टाक को दर्ज करने के मामले पर मंडी प्रशासन व व्यापारियों के मध्य विवाद शुरू हुआ था। व्यापारियों का आरोप था गल्ले का मौजूदा स्टाक पोर्टल बंद होने के कारण चढ़ नहीं पाया है। इसे चढ़ाने का मौका दिया जाए। मंडी के अधिकारियों ने छापामारी किया तो विवाद तूल पकड़ गया।
व्यापारियों ने उत्पीड़न का आरोप लगाकर मंडी निरीक्षक ब्रजेंद्र सिंह व सहायक रवी यादव की आडियो क्लिप डीएम को देकर मामले की जांच कराने की मांग किया था। डीएम श्रुति ने मामले की जांच एसडीएम/मंडी के सभापति अंजू वर्मा से कराई जिसमें दोनों कर्मचारियों से लेन-देन की बात करने की पुष्टि हुई।
जांच अधिकारी ने माना कि यह भ्रष्टचार को बढ़ावा देने वाली बात है। एसडीएम की संस्तुति पर संभागीय उप निदेशक प्रशासन डा. हिमांशु शेखर त्रिपाठी ने मंडी निरीक्षक व मंडी सचिव इंद्रमोहन ने मंडी सहायक को निलंबित कर दिया है। निलंबित निरीक्षक को मंडी परिषद प्रयागराज व सहायक को मंडी कार्यालय से संबद्व किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने सचिव पर भी कार्रवाई के दिए निर्देश
तीन दिन पहले बिंदकी गईं केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से व्यापारियों ने मंडी अधिकारियों की मनमानी की शिकायत किया था। इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ने शासन से बात किया तो जांच के बाद कार्रवाई तय हो गई। केंद्रीय मंत्री ने जिलाधिकारी से मंडी सचिव की शिकायतों की जांच कराकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।