खींचतान में मरीजों का नुकसान, गंभीर हुए तो चली जाएगी जान
जागरण संवाददाता फतेहपुर अब तक जिले में भी अब तक 1698 मरीज पाए गए हैं। गजब यह है कि अब
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: अब तक जिले में भी अब तक 1698 मरीज पाए गए हैं। गजब यह है कि अब तक सेहत महकमा गंभीर कोविड रोगियों के उपचार के समुचित प्रबंध नहीं कर पाया है। गंभीर रोगियों को जिले में ही उपचार मिले इसके लिए डेढ़ माह से एल-2 अस्पताल बनाने की कवायद चल रही है। खींचतान से अब तक एल-2 अस्पताल नहीं बन सका। थरियांव के एल-1 अस्पताल से मरीजों को सीधे प्रयागराज के अस्पताल में रेफर किया जाता है। इस बीच अगर वह बचकर प्रयागराज पहुंच गए तो उनकी किस्मत है।
जिले में 20 बेडों वाला एल-1 अस्पताल तो थरियांव व आश्रम पद्धति स्कूल में संयुक्त रूप से संचालित है। लेकिन आज तक एल-2 सुविधा का अस्पताल संचालित नहीं हो सका। एल-2 सुविधा के लिए ट्रामा सेंटर में अस्पताल बनाने की कवायद चल रही है, लेकिन अस्पताल के नान कोविड मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए यहां अस्पताल संचालन में अड़ंगा है। सीएमओ डॉ. एसपी अग्रवाल दूसरी कोई जगह एल-टू संचालन के लिए खोज नहीं पा रहे हैं।
इनसेट..
जल्द संचालित करेंगे एल-2 अस्पताल-सीएमओ
-सीएमओ डॉ. एसपी अग्रवाल ने बताया कि एल-2 अस्पताल जिला अस्पताल के ठीक बगल में बने ट्रामा सेंटर में खोजा जाना था। इसका प्रस्ताव भी शासन को भेज दिया गया है। जरूरी संसाधन भी मौजूद हैं, लेकिन ट्रामा सेंटर में एल-2 सुविधा बनाने को लेकर कुछ आपत्तियां हैं, जिन्हें डीएम के समक्ष रखा जाएगा। यदि ट्रामा सेंटर में संचालन नहीं होता तो किसी दूसरी जगह पर एल-2 अस्पताल का संचालन कराया जाएगा।