तालाब के मकान तोड़े, कार्रवाई पर नहीं दिया गया ध्यान
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शहर के तुराबअली पुरवा में 66 साल पुराने राजस्व दस्तावेज में जो
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शहर के तुराबअली पुरवा में 66 साल पुराने राजस्व दस्तावेज में जो जमीन तालाब के रूप में दर्ज हैं, मौजूदा खतौनी में यह जमीन भूमिधर दर्ज हैं। डीएम आंजनेय कुमार ¨सह शिकायत मिलने पर डीएम मौके पर गए तो तालाब के रकबे में प्ला¨टग के साथ ही मकान खड़े मिले। जांच में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ तो जेसीबी से बने सात मकान ध्वस्त कर दिए गए। कब्जेदार पर कार्रवाई न होने से लोग सवाल खड़ा करते रहे।
सोमवार को एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी, सीओ सिटी कपिलदेव मिश्रा, कानूनगो राकेश कुमार ने तुराबअली पुरवा में सरकारी जेसीबी चलाई। जिसमें यहां बने अलग -अलग सात मकान गिराए गए, जबकि 11 प्लाटों का फाउंडेशन उखाड़ दिया गया। गौरतलब रहे कि यहां 20 अक्टूबर को तसौव्वर अली द्वारा कराई जा रही मिट्टी पुराई और प्ला¨टग पर रोक लगाते हुए डीएम ने तहसीलदार विदुषी ¨सह से जांच रिपोर्ट तलब की थी। बीते दिन तहसीलदार द्वारा जांच रिपोर्ट एसडीएम सदर को सौंपी गयी। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि उक्त भूमि 66 साल पुराने राजस्व दस्तावेजों से की तो तालाबी नंबर दर्ज है, लेकिन मौजूदा खतौनी में इसे संक्रमणीय भूमिधर दर्ज किया गया है। उन्होंने इस कार्रवाई के लिए दोषी राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई की संस्तुति की है।
बड़ा सवाल यह है कि जब प्रशासन को मालूम है कि उक्त तालाब पर मालिकाना हक तसौव्वर अली का है, मौजूदा खतौनी में खातेदारों के नाम प्रदर्शित हो रहे हैं। तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। मामले पर एसडीएम सदर का कहना है कि उक्त मामले में एक दो पर नहीं बल्कि कई लोगों पर कार्रवाई होगी। हम एक एक गुनहगार के खिलाफ पत्रावली तैयार कर रहे हैं।