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48 घंटे में सुधारें सीएचसी की व्यवस्थाएं

संवाद सहयोगी बिदकी कोविड संक्रमण के दौरान सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 11:24 PM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 11:24 PM (IST)
48 घंटे में सुधारें सीएचसी की व्यवस्थाएं
48 घंटे में सुधारें सीएचसी की व्यवस्थाएं

संवाद सहयोगी, बिदकी : कोविड संक्रमण के दौरान सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए सीएचसी पहुंचे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कारागार जय कुमार सिंह जैकी हर तरफ गंदगी का अंबार, मेडिकल कचरे से भरे डस्टबिन देख माथा पकड़ लिया। मंत्री ने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बाद 48 घंटे के अंदर सरकारी व जन सहयोग से अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि सीएचसी बिदकी में पूरी तहसील के गंभीर बीमार लोग आते हैं। इस कारण इस अस्पताल की सेवाएं नर्सिंग होम की तरह संचालित होनी चाहिए। मंत्री ने ऑक्सीजन सिलिडर के बारे में भी जानकारी ली।

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प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कारागार जय कुमार सिंह ने कोविड महामारी के इस दौर में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी लेने के लिए अचानक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र औंग पहुंचे। यहां पर ओपीडी सेवा बंद चल रही है। मंत्री ने मौके पर मिली डा. शालिनी गौतम से कहा कि फिर भी अगर कोई बीमार अस्पताल आएगा तो उसे इलाज तो मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीमार को लौटाएं नहीं। पीएचसी खजुहा पहुंचे तो यहां पर हड़कंप मच गया। खजुहा पीएचसी के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जाफरगंज व बारा में तैनात चिकित्सकों व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के बारे में जानकारी ली। कोविड जांच, होम आइसोलेशन वाले लोगों की संख्या के अलावा इनको दी जाने वाली चिकित्सा सुविधा के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में लोगों को सुविधा मिल रही है कि नहीं इसकी क्रास चेकिग कराई जाएगी। इसके बाद मंत्री सीएचसी बिदकी पहुंचे। यहां पर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल जाना। सौंह गांव की मरीज के तीमारदार ने मंत्री से शिकायत दर्ज कराई कि सामान्य मरीजों पास ही कोविड मरीजों को भर्ती कर दिया गया था। कोविड के मरीज को देखने के लिए अलग से वार्ड बनाया जाए। मंत्री ने यहां पर बेड पर गंदी चद्दर, फर्श पर पान की पीक, जाले, काली दीवारें देख चिकित्साधीक्षक डा. सुनील चौरसिया से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि 48 घंटे में अस्पताल को साफ और स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो जानी चाहिए। चिकित्साधीक्षक ने कर्मचारी न होने का रोना रोया तो मंत्री ने कहा कि अस्पताल को अच्छा बनाने में क्या मदद चाहिए। यह बताइए, पर स्वास्थ्य सेवाएं नर्सिंग होम की तरह चाहिए। उन्होंने अधीक्षक से एक रिपोर्ट मांगी।


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