गर्म थपेड़ों से बेहाल जन-जीवन, एक की मौत
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आसमान से बरस रही आग से आम जनमानस बेहाल हो उठा है। अब तो गम
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: आसमान से बरस रही आग से आम जनमानस बेहाल हो उठा है। अब तो गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। मंगलवार को भी पारा का तेवर कम नहीं हुआ। अधिकतम 48 डिग्री सेल्सियस के तापमान से हालात यह रहे कि लोग सुबह 11 बजे ही घरों में दुबक गए, दोपहर के चार घंटे सड़कों में सन्नाटा पसरा रहा। अमौली ब्लाक के परसेढ़ा ग्राम प्रधान विमला देवी का 33 वर्षीय पुत्र धर्मपाल निषाद दोपहर में हमीरपुर बाजार करने गया, लू लगने से वह वहीं बेहोश होकर गिर गया जिसे अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना आने पर गांव में कोहराम मच गया।
मई माह में लगातार मौसम में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले दो दिनों से तापमान 48 डिग्री पर स्थिर है। नतीजा यह है चटक धूप से हीट स्ट्रोक से लोग प्रभावित हैं। जबकि अस्पताल में डायरिया, उल्टी-दस्त के मरीज बढ़ गए है। जबकि गर्मी के चलते बाजारों में सन्नाटा रहा। आग उगलती सूरज की किरणें और गर्म हवाएं तन-बदन झुलसा दे रहीं हैं। गर्मी से निजात पाने के लिए लोग तरह तरह से उपाय कर रहे हैं लेकिन लोगों की मुश्किल उस समय और बढ़ गई जब थोड़ी देर में फाल्ट सुधारने के नाम पर बिजली गुल रही। गर्मी से राहत पाने के लिए आइसक्रीम, लस्सी, शीतल पेय पदार्थ लोगों की पहली पसंद बने हैं, लेकिन क्षणिक राहत के बाद हालात पुन: वैसे ही हो जा रहे हैं। गर्मी के कारण निजी से सरकारी अस्पतालों तक मरीजों की संख्या बढ़ गयी। मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन तक गर्मी का कहर कम होने की संभावना नहीं है।
इनसेट...
गर्मी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
-सीएमओ डा. विनय कुमार पांडेय ने बताया कि गर्मी में बढ़ने वाले संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। कोई भी जरूरतमंद कंट्रोल रूम नंबर 05180-221410 या मोबाइल नंबर 9450660433 फोन कर सकता है। अगर इन नंबरों पर दी गयी सूचना पर भी त्वरित कार्रवाई नहीं होती है तो आप टोल फ्री नंबर 18001805145 पर भी फोन कर सकते हैं। लू व हीट वेव से बचाव को क्या करें
-गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक पानी पीएं।
-पसीना सोखने वाले पतले व हल्के रंग के कपड़े पहनें।
-धूप में जाने से बचे, जाना पड़े तो चश्मा, टोपी, गमछा, छाता का प्रयोग करें।
-यात्रा करते समय अपने पास पर्याप्त मात्रा में पानी रखें।
-लस्सी, चावल का पानी, नीबू-पानी, छांछ आदि का प्रयोग करें।
-बेहोशी या बीमारी अनुभव होने पर चिकित्सीय सलाह अवश्य लें।
-बच्चों व पालतू जानवरों को धूप में जाने से रोकें।
-दोपहर में 11 बजे से चार बजे तक धूप में निकलने से बचें।
-अधिक तापमान होने पर के श्रम साध्य कार्य कतई न करें।