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सूखा भूसा खाकर आधे पेट रह रहे मवेशी

संवाद सहयोगी बिदकी विकास खंड खजुहा के चकहाता ग्राम सभा में संचालित जय भोले गोशाला में गोव

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 06:49 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 06:49 PM (IST)
सूखा भूसा खाकर आधे पेट रह रहे मवेशी
सूखा भूसा खाकर आधे पेट रह रहे मवेशी

संवाद सहयोगी, बिदकी : विकास खंड खजुहा के चकहाता ग्राम सभा में संचालित जय भोले गोशाला में गोवंश के मवेशियों को सूखा भूसा खाकर आधे पेट रहना पड़ रहा है। दस फरवरी से संचालित गोशाला में चरही, गेट, चाहार दीवार बनाने में 15 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन अब तक गोशाला के लिए ग्राम सभा को एक रुपये भी नहीं मिले हैं। गोशाला में चारे का संकट आया तो प्रधान ने अपने दो बीघा हरे गेहूं कटवा कर मवेशियों को खिला दिया। अब तो मवेशियों को चारा देने के लिए भूसा मांगा जा रहा है। 18 बीघे में बनी गोशाला में चरही का निर्माण हो चुका है। हालांकि चाहार दीवार फांदकर मवेशी बाहर न जाएं इसके लिए खाई के चारों ओर बैरीकेडिग कराई गई है। वर्तमान समय में 97 नर व मादा गोवंश के मवेशी मौजूद हैं। कई बार ग्रामीण गोशाला में जबरन भी मवेशी छोड़ जा रहे हैं। प्रतिदिन दस 10 क्विंटल भूसा व 5 क्विंटल हरे चारे की जरूरत में आधा भी नहीं मिल पा रहा है। गोशाला में एक नजर

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ब्लाक - खजुहा

जय भोले गोशाला -चकहाता

गोशाला की क्षमता -250

गोवंश की संख्या - 97

अवमुक्त धन - शून्य

गोशाला का क्षेत्रफल - 18 बीघा

जल की व्यवस्था- दो तालाब

जलापूर्ति का साधन - सरकंडी माइनर

गोशाला में कर्मचारी संख्या - 12

गोशाला में जारी कार्य - अधूरा पड़ा टीन शेड शासन ने गोशाला का निर्माण तो करा दिया, पर इसके लिए आवश्यक संसाधन नहीं दिए। अब गोशाला में बंद मवेशी आधे पेट ही चारा पा रहे हैं। जो अन्याय है। नीलू सिंह जब तक सरकारी व्यवस्था नहीं हो जाती है तब तक चारे का दान करना चाहिए। जिससे गोशाला में बंद गोवंश के मवेशियों को भर पेट चारा मिल सके। शैलेंद्र कुमार

सरकार ने गोशाला खुलवा दी। प्रधान ही क्या करे जब चारे का इंतजाम सरकार नहीं कर पा रही है। आधी अधूरी तैयारियों के साथ गोशालाएं खोली गई हैं। रामदास गोवंश बाहर घूमता तो फसलों को नुकसान हो रहा था। गोशाला में सभी किसानों को भूसा व हरा चारा दान करना चाहिए। इससे कम से कम फसलें तो सुरक्षित बची हैं। शिवकरन गोशाला में अब तक 15 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। जिन मजदूरों ने गोशाला निर्माण के दौरान काम किया है। वह रोजाना मजूदरी के भुगतान के लिए दौड़ लगा रहे हैं। खुद की दो बीघा गेहूं की खड़ी फसल कटवा दी है। अब भूसा मांगकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है।

- विक्रम सिंह चौहान प्रधान

जय भोले गोशाला चकहाता किस स्थिति में है जानकारी नहीं है। एक सप्ताह पहले ही मुझे खजुहा ब्लाक का चार्ज मिला है। गोशाला की स्थिति के बारे में जानकारी करने के बाद ही कुछ बता पाऊंगी।

- पारुल कटियार, बीडीओ, खुजहा


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