सरकारी नावों से नदी का सफर हुआ आसान
फोटो- 27 उपलब्ध रखने की व्यवस्था की गई है। फोटो- 27 उपलब्ध रखने की व्यवस्था की गई है।
संवाद सूत्र, किशुनपुर : कस्बा व दांदो घाट के मध्य यमुना नदी पर पीपा पुल टूटने के बाद से नदी पार करने वालों की समस्या का आखिरकार विभागीयों ने समाधान निकाल लिया। मंगलवार से पीडब्ल्यूडी द्वारा दो बड़ी नावों का संचालन नदी में शुरू कराया गया। स्कूली छात्र, व्यापारी व दोनों जनपदों के बीच आवागमन करने वाले लोग सरकारी नावों से निश्शुल्क यमुना नदी पार कर सकेंगे।
पीपा पुल टूटने के बाद चार महीने तक फतेहपुर व बांदा जनपद के ग्रामीणों को नदी पार करने में मुश्किलों से जूझना पड़ता है। सबसे अधिक समस्या स्कूली छात्र-छात्राओं व व्यापारियों को उठानी पड़ती है। बताते चलें कि किशुनपुर कस्बा के स्कूल-कॉलेजों में बड़ी संख्या में बांदा जनपद के गांवों से छात्र-छात्राएं प्रतिदिन आते हैं। कस्बा स्थित मंडी में किसानों के साथ ही बड़ी तादात में व्यापारियों की आवक बांदा जनपद से होती है। पुल टूटने व नदी में पानी बढ़ने के बाद से लोगों को जोखिम लेकर नदी पार करनी पड़ती थी। लोक निर्माण विभाग द्वारा नदी पार कराने के लिए बड़ी नावों के साथ ही स्टीमर का संचालन कराया जाता था। इस वर्ष नदी के बढ़े दरियाव को लोग छोटी नावों में मंहगा किराया अदा करके पार करते थे। देर से ही सही विभाग ने दोनों जनपदों से आने वाले लोगों की समस्या को देखते हुए नदी में दो बड़ी नावों का संचालन शुरू किए जाने की योजना को हरी झंडी दे दी। मंगलवार सुबह से किशुनपुर कस्बा व बांदा जनपद के दांदो घाट से दो नावों का संचालन शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। कस्बा के दुकानदारों, मंडी के आढ़तियों ने भी विभागीय पहल की सराहना की है। इनसेट...
खुद से बाइक चढ़ा लेने पर नहीं लगेगा शुल्क
विभाग ने पैदल मुसाफिरों के लिए नदी पार कराने में कोई शुल्क नहीं रखा है। बाइक या फिर वजनी सामान के साथ नदी पार करने वालों के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। स्वयं से मशक्कत करके नाव पर बाइक चढ़ा लेने वाले मुसाफिरों से विभाग कोई शुल्क नहीं वसूलेगा। यदि नाविक या फिर विभागीय कर्मी बाइक चढ़ाते हैं तो 15 रुपये शुल्क उसे देय होगा। इनसेट...
यात्रियों की सुविधा का रखा जाएगा ख्याल
लोक निर्माण विभाग द्वारा नदी पार करने वाले यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। जेई आरके कुश्वाहा ने बताया कि नावों में ओवरलोड सवारियां बिठाने के लिए नाविकों को मना किया जा चुका है। सुबह व कॉलेज की छुट्टियां होने पर छात्र-छात्राओं को घाट किनारे विभागीय नाव उपलब्ध रखने की व्यवस्था की गई है।