कूड़ाघर लापता, सड़क किनारे कचरा
संवाद सूत्र, हथगाम : नगर पंचायत क्षेत्र आखिर स्वच्छ बनेगा तो कैसे जब उसके पास कूड़ा डं¨पग के
संवाद सूत्र, हथगाम : नगर पंचायत क्षेत्र आखिर स्वच्छ बनेगा तो कैसे जब उसके पास कूड़ा डं¨पग के लिए जगह ही नहीं है। सड़कों और गलियों से निकलने वाला कूड़ा नगर पंचायत क्षेत्र के छोर की सड़कों एवं तालाबों में डाला जा रहा है। तालाबों को स्वच्छ साफ रखने के आदेश का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया जा रहा है। एक अदद जमीन न मिल पाने से प्रशासन को भले ही दिक्कत न हो रही हो लेकिन लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
केंद्र व राज्य सरकार द्वारा स्वच्छता के लिए जागरुकता अभियान चला रही हैं। शहर, कस्बा व गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए शौचालय बनवाए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को तमाम प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही नगर पंचायत में प्रतिदिन निकलने वाला कचरा सड़कों के किनारे जमा किया जा रहा है। पंद्रह हजार से अधिक की आबादी वाली नगर पंचायत में तेरह वार्डो से प्रतिदिन सफाई कर्मी पांच टन कचरा एकत्र करते हैं। ट्रैक्टर ट्राली व ठेलिया के माध्यम से घरों से निकलने वाला कचरा आबादी के बाहर सड़क तथा तालाबों के किनारे जमा किया जाता है। नगर पंचायत कार्यालय में काम करने वाले कर्मियों की मानें तो एक साल पहले कूड़ा घर की तलाश शुरु हुई थी। तहसील प्रशासन ने नापजोख करते हुए बहुत जल्द भूमि चिह्नित करने का भरोसा दिया था। एक साल बाद भी नगर पंचायत को कूड़ा घर की जगह नहीं मिली। ईओ मोहिनी केसरवानी ने बताया कि कूड़ा घर के लिए कहां तक कार्यवाही हुई है, इसकी जानकारी ली जाएगी। पुन: इसके लिए पैरवी शुरु की जाएगी। जिससे कि सही ढंग से कूड़ा निस्तारण किया जा सके।