मंदिरों से पुजारियों की बादशाहत होगी खत्म
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: प्राचीन मंदिरों को सुरक्षित और संरक्षित करने को प्रशासन नई पह
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: प्राचीन मंदिरों को सुरक्षित और संरक्षित करने को प्रशासन नई पहल शुरू करने जा रहा है। अब मंदिरों में काबिज प्रबंध कमेटियों के ऊपर प्रशासन रिसीवर नियुक्त करेगा। सब कुछ ठीक रहा तो तैयार हुए मसौदे को अगले माह से लागू भी कर दिया जाएगा। मंदिर की चल-अचल संपत्ति हो या फिर प्रतिदिन चढ़ने वाला चढ़ावा इसके आय-व्यय का ब्योरा रिसीवर बने अफसर को रखना होगा। मंदिर की होने वाली आय से यहां मंदिर विकास के कार्यों के साथ यहां स्वच्छता, पूजा पाठ आदि मंदिर का रंग-रोगन कराया जाएगा।
यह है जिले के इतिहास वाले मंदिर
-शहर में तांम्बेश्वर मंदिर, शीतला मंदिर, बिहारी जी मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर, अयोध्या मंदिर के मंदिरों को पहले चरण में लिया गया है। इसके अलावा दूसरे चरण में जिले के हर उस मंदिर को सूचीबद्ध करके रिसीवर बैठाया जाएगा जिस मंदिर का प्राचीन इतिहास है। मंदिरों की जमीन पर घर बनवा चुके लोगों के घर नहीं गिराया जाएगा लेकिन प्रशासन इनके बैनामे रद्द करके इन्हें मंदिर का किरायेदार बनाएंगा। इनको मासिक किराया मंदिर के पक्ष में जमा करना होगा।
क्या कहते है डीएम
जिला अधिकारी आंजनेय कुमार ¨सह कहा कि शहर से लेकर गांव तक इस जनपद में अनेक प्राचीन इतिहास वाले मंदिर है। लेकिन इनकी सही देख रेख नहीं हो पा रही जिसके कारण इनका विकास नहीं हो पा रहा है। उल्टा इनकी संपत्तियां बेची जा रही है।हमने निर्णय लिया है मंदिर की प्रबंध कमेटियों के ऊपर हम प्रशासन की तरफ से रिसीवर तैनात करेंगे और यह आय-व्यय का हिसाब रखने के साथ मंदिर का विकास कराएंगे।