Fatehpur: 40 दिन से नहीं जा पा रहे थे स्कूल, यमुना पार करने के लिए प्रशासन ने भेजी नाव, खुशी से उछल पड़े छात्र
मरका हादसे के बाद दोनों जनपद के अधिकारियों ने नौका संचालन पर रोक लगा दी थी। लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए दोबारा चालू कराया गया। एसडीएम खागा मनीष कुमार की पहल पर नाव का संचालन शुरू हो सका।
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। किशुनपुर और बांदा जनपद के दांदो घाट के मध्य यमुना नदी पर 40 दिनों बाद छात्रों को लेकर एक नाव किशुनपुर घाट पहुंची तो बच्चे खुशी के मारे उछल पड़े। नाव का संचालन 11 अगस्त से बंद था।
दरअसल, मरका हादसे के बाद दोनों जनपद के अधिकारियों ने नौका संचालन पर रोक लगा दी थी। लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए दोबारा चालू कराया गया। एसडीएम खागा मनीष कुमार की पहल पर नाव का संचालन शुरू हो सका। नाव संचालन से पहले एसडीएम ने दोनों जनपद के नाविकों को बुलाकर आवश्यक निर्देश दिए थे।
सिर्फ बड़ी नाव का होगा संचालन
यमुना नदी में सिर्फ बड़ी नाव के संचालन पर सहमति बनी है। शुरुआत में स्कूली छात्रों के लिए एक नाव का संचालन शुरू हुआ है। क्षमता के मुताबिक यात्रियों को बैठाने के साथ सुरक्षा जैकेट, ट्यूब तथा रस्सी का प्रबंध करके सोमवार सुबह आठ बजे एक बड़ी नाव किशुनपुर घाट पर पहुंची।
‘पिछड़े विषयों को पूरा करने के लिए करनी होगी अधिक मेहनत’
कक्षा 10 के छात्र रामसागर निषाद व विमल कुमार निवासीग दांदो, कक्षा नौ के छात्र जीतेंद्र कुमार, रविप्रकाश आदि छात्रों ने बताया कि बीते एक महीने से पढ़ाई पूरी तरह से ठप पड़ी थी। 40 दिन बाद कालेज पहुंचने पर कोर्स की जानकारी हो सकी।
सारे विषय पिछड़ गए हैं, छूटे विषयों को पूरा करने में कुछ अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। अर्द्धवार्षिक परीक्षा का समय आने वाला है। सुबह नाव छोड़ने के समय तक दांदो चौकी के सिपाही घाट किनारे मौजूद रहे।
हाथ धुलते समय यमुना नदी में गिरी वृद्धा, युवकों ने बचाया
खखरेड़ू थाना क्षेत्र के कोट यमुना घाट पर हाथ धुलने के लिए नदी किनारे बैठी वृद्धा का अचानक पैर फिसल जाने से वह पानी में डूब गई। घाट किनारे मौजूद युवकों ने जान जोखिम में डालकर वृद्धा को पानी से सकुशल बाहर निकाला। वृद्धा के मायके से तमाम लोग सूचना पाकर मौके पर आ गए।