पूर्व सैनिक, पीआरडी जवान और होमगार्ड पकड़ेंगे ओवरलोड ट्रक
जागरण संवाददाता फतेहपुर मौरंग और गिट्टी के ओवरलोड वाहनों से ध्वस्त हो रहीं सड़कों
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मौरंग और गिट्टी के ओवरलोड वाहनों से ध्वस्त हो रहीं सड़कों को बचाने के लिए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय ने नए ढंग से शिकंजा कसा है। अब पूर्व सैनिक, पीआरडी जवान और होमगार्ड भी ओवरलोड वाहनों को पकड़कर सीज करेंगे और ओवरलोडिग पर चालान करेंगे। निर्देशों के अनुपालन में जिले में भी तीन मुख्य रूटों पर नौ सचल दल तैनात कर 24 घंटे की निगरानी की जाएगी।
यूं तो ओवरलोड की रोकथाम में जिले को खनन निदेशक रोशन जैकब की तरफ से वाह-वाही मिल चुकी है। बीते दो माह में ही ओवरलोड वाहनों से करीब ढाई करोड़ का राजस्व वसूला गया। अब नई व्यवस्था के तहत तीन सड़कों को सघन निगरानी के लिए चिह्नित किया गया है। इसमें सचल दल के सदस्य जांच करेंगे। खनिज अधिकारी अजीत पांडेय के अनुसार जिले में कुल नौ सचल दल बनाए गए हैं। हर दल में तीन सदस्य रखे गए हैं। प्रत्येक दल का गठन करने में यह ध्यान रखा गया है कि पूर्व सैनिक, पीआरडी और होमगार्ड का समायोजन हो जाए। गठित दल को यह अधिकार दिए गए हैं कि वह ड्यूटी के दौरान सड़क पर निगरानी रखेंगे और ओवरलोड मौरंग व गिट्टी ढोने वाले वाहनों को पकड़कर नियमानुसार चालान व सीज की कार्रवाई करा सकेंगे। यह दल अपनी कार्रवाई से खनिज-एआरटीओ प्रशासन को अवगत कराएगा। सभी तरह की कार्रवाई खनिज और एआरटीओ के नियमों के दायरे में ही होगी।
इन मार्गों पर कसा शिकंजा
- यमुना के दतौली पुल से से फतेहपुर तक।
-ललौली से बंधवा-बिदकी होकर चौडगरा पुल तक।
-लखनऊ बाईपास से हुसेनगंज होकर असनीपुल तक।
सचल दलों का विवरण
- कुल सचल दल- 9
- ड्यूटी टाइम आठ घंटे
- हर दल में सदस्य तीन (एक-एक पूर्व सैनिक, पीआरडी जवान और होमगार्ड) खनन निदेशालय के निर्देश पर जिले के तीन रूटों पर नौ सचल दल गठित कर दिए गए हैं। इनमें पूर्व सैनिक, होमगार्ड और पीआरडी जवान हैं। इन्हें ओवरलोड वाहनों के सीज व चालन का अधिकार दिया गया है।
अजीत पांडेय, जिला खनिज अधिकारी