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फतेहपुर के सांसदी चुनाव में विधायकों की परीक्षा

जागरण संवाददाता फतेहपुर लोकसभा सीट पर जीत के लिए राजनीतिक दलों में मतों की गुणा गणित

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 11:35 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 06:14 AM (IST)
फतेहपुर के सांसदी चुनाव में विधायकों की परीक्षा
फतेहपुर के सांसदी चुनाव में विधायकों की परीक्षा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: लोकसभा सीट पर जीत के लिए राजनीतिक दलों में मतों की गुणा गणित तेज हो गई है। भाजपा को अपनी पुरानी पूंजी सहेजने की चिता है तो गठबंधन को सपा-बसपा के वोट को एक ही झोली में डलवाने की। चुनाव भले सांसद का हो रहा है, लेकिन असल परीक्षा तो विधायकों को देनी पड़ रही है। जातीय समीकरणों के चलते बिखर रहे मत हर दल की चिता का बड़ा कारण है। इसको देखते हुए भाजपा हाईकमान ने इस क्षेत्र में आने वाले विधायकों को विधानसभा वार मतों को सहेजने का जिम्मा दे रखा है।

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दो साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में मिले मतों को भाजपा व गठबंधन के प्रत्याशी जीत का आधार मान रहे हैं। हालांकि विधानसभा 2017 में सपा का गठबंधन कांग्रेस के साथ था। इस बार सपा और बसपा की जोड़ी मुकाबले में है। भाजपा व गठबंधन के बीच चल रही मतों की जंग में कांग्रेस गणित में उलटफेर कर रही है। लोकसभा क्षेत्र में फतेहपुर, बिदकी, जहानाबाद, खागा, हुसेनगंज, अयाह-शाह विधानसभा है। सभी में भाजपा का कब्जा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 4.85 लाख मत मिले थे जो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बढ़कर 5.20 लाख हो गए। पिछले दिनों आरएसएस के प्रदेश के एक बड़े नेता ने विधायकों की बैठक लेकर साफ कह दिया कि आपसी मतभेद कुछ भी हो उसे भुलाकर स्वयं के चुनाव की तरह सभी को लगना है। यह समझ ले कि विधायकों की झोली में जितने मत आए हैं, संसदीय चुनाव में उससे बढ़कर पार्टी खाते में वोट आने चाहिए। इस चुनाव में जिस भी विधानसभा से भाजपा के वोट में कमी आएगी, उसकी जिम्मेदारी उस विधायक पर तय होगी। यह माना जाएगा कि विधायक की पकड़ कमजोर हुई है। इसी प्रकार सपा व बसपा के नेता भी विधानसभा वार चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों व जिम्मेदारों को विधानसभा चुनाव में दोनों दलों को मिले मतों से कम वोट न मिलने की हिदायत दे रहे है।

यह आ रही मुश्किलें

पिछले लोकसभा चुनाव में सपा से सांसद का चुनाव लड़े राकेश सचान इस बार कांग्रेस से ताल ठोंक रहे है। ऐसे में कुर्मी मतों का बिखराव चुनौती बनेगा। वहीं, मुस्लिम मत का रुझान गठबंधन की तरफ होगा या कांग्रेस की, इस पर रणनीतिकारों की नजर है। पिछले चुनाव में मोदी लहर से भाजपा की झोली में सामान्य के साथ पिछड़ी व अनुसूचित जाति का भारी मत गया था। कांग्रेस की कोशिश सामान्य मतों के साथ पिछड़ा और अनुसूचित जाति के मतों में सेंधमारी करने की होगी।

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विधानसभा 2017 में मिले मत

विधानसभा क्षेत्र भाजपा बसपा सपा-कांग्रेस

फतेहपुर 89219 - - 35379 57733

अयाह-शाह 81123 - 27294 29093

खागा 94892 - 38318 38393

बिदकी 97899 - 32226 41456

हुसेनगंज 75542 - 34366 54845-

जहानाबाद 81385 31942 33816


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