बजट के अभाव में टंकियों के 'हलक ' सूखे
जागेश्वरधाम संवाद सूत्र हस्वा ब्लाक में तीन हजार की आबादी वाले बेर्राव गांव में एक वर्ष से पेयज
जागेश्वरधाम, संवाद सूत्र : हस्वा ब्लाक में तीन हजार की आबादी वाले बेर्राव गांव में एक वर्ष से पेयजल संकट गहराया है, हाल यह है कि एक हजार लीटर की टंकी होने के बाद भी लोगों को पीने के पानी के लिए हैंडपंप पर घंटों तक लाइन लगानी पड़ती है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है और वह किसी भी वक्त आंदोलन का रास्ता अपना सकते है। वहीं अधिकारी बजट न मिलने की बात कहकर किनारा कर लेते है।
बेर्राव गांव में 15 इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं। जिनमे से आठ खराब हैं और सात ही जलापूर्ति कर रहे हैं। स्थिति यह है कि पानी भरने के लिए लोग सुबह से ही हैंडपंपों में मारामारी करते है तब जाकर पानी भर पाते है। हालांकि ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार ¨सह ने भी कई बार पानी टंकी और बिगड़े हैंडपंपों को दुरुस्त कराने लिए जल निगम के अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जिससे ग्रामीणों में जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। बोले ग्रामीण
गांव के अनूप ¨सह, रामनारायण, शंभू, मुन्ना आदि ने कहा कि टंकी दुरुस्त नहीं हो रही इससे हैंडपंपों में पानी भरने के लिए मारामारी करते हैं। कई बार प्रधान एवं जेई से मिले और टंकी को दुरुस्त किए जाने के लिए कहा गया, लेकिन अनदेखी की जा रही है। गर्मी के मौसम तक टंकी चालू न हुई तो गांव में पेयजल की बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। टंकी को दुरस्त करने के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है, लेकिन बजट के अभाव में काम अधूरा पड़ा हुआ है।
- जेई एसपी श्रीवास्तव