डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन से अब चमकेगा शहर, पालिका ने की शुरुआत
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के श्लोगन को साकार करने के लिए सदर पाि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के श्लोगन को साकार करने के लिए सदर पालिका क्षेत्र में सोमवार को डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन योजना की विधिवत शुरूआत कर दी गई। डीएम आंजनेय कुमार ¨सह ने इस अभियान के तहत मानव श्रम से खींचे जाने वाले 204 रिक्शों को हरी झंडी दिखाकर मैदान में उतार दिया। शुरुआत करते हुए डीएम ने कहाकि भले ही नगर पालिका प्रशासन ने यह योजना शुरू की है लेकिन बिना जागरूकता और हर व्यक्ति के सहयोग से यह सफल नहीं होगी। इसलिए घर की कुंडी खटखटाने वाले सफाई मित्र को समय से कूड़ा दें। गलियों में कूड़ा फेंकना प्रतिबंधित कर दिया गया है इसलिए कूड़ा करकट कतई न फेंके। अन्यथा कार्रवाई की जद में आ जाएंगे।
चेयरमैन नजाकत खातून के प्रतिनिधि हाजी रजा ने कहाकि शहर को स्वच्छता की चादर से ढकने का काम शुरू हो गया है। सफाई के काम में सहयोग करें और दिक्कत आने पर मोबाइल नंबर पर सूचना दें। उन्होंने कहाकि अपना दरवाजा साफ रखने में सहयोग करें तो दूसरों का दरवाजा साफ रखें। अधिशासी अधिकारी व अपर उप जिलाधिकारी मनोज झा ने कहाकि शहर को साफ सुथरा करने में हर किसी का सहयोग आपेक्षित है। इस मौके पर कंपनी के डायरेक्टर मयंक श्रीवास्तव, कुलदीप ¨सह, सभासद एवं पालिका कर्मी मौजूद रहे।
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सुबह 7 से 11 बजे तक पहुंचेगा
- घरों में कूड़ा लेने के लिए गलियों में रिक्शा सुबह 7 से 11 बजे तक पहुंचेगा। सीटी बजाने के साथ लोगों को अपने घर से कूड़ा लाकर रिक्शा में रखे डब्बा में डालना है। पालिका ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की योजना ट्रायल में निश्शुल्क रखी है, बाद में इसमें प्रत्येक घर से पचास रुपये मासिक व व्यवसायिक स्थल से सौ रुपये का शुल्क देना होगा।
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एनजीटी के दबाव के आगे शुरू हुई योजना!
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की निगरानी का जवाब दे पाना नगर पालिका और जिला प्रशासन के वश में नहीं है। आए दिन सर्वे के बाद जारी होने वाली रिपोर्ट में शहर पर गंदगी का बदनुमा दाग लग जाता है। वहीं कूड़ा निस्तारण आदि को लेकर नगर पालिका पर दिल्ली में तीन वाद भी चल रहे हैं। नदी के किनारे शहर के बसे होने और निष्प्रयोज्य पानी के शुद्धीकरण जैसे प्रकरण के वाद में नगर पालिका को हाजिरी लगानी पड़ती है। कुल मिलाकर लोगों का मानना रहा है कि एनजीटी के बढ़ते दबाव के चलते डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना शुरू की गई है।