बर्निंग बस हादसे के बाद भी नहीं चेता प्रशासन, झूल रहे बिजली के तार
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : हाईटेंशन विद्युत लाइनों के नीचे से संचालित बस अड्डों पर हादसे का अंद
संवाद सहयोगी, ¨बदकी : हाईटेंशन विद्युत लाइनों के नीचे से संचालित बस अड्डों पर हादसे का अंदेशा बना हुआ है। छह वर्ष पूर्व तार टूट कर गिरने से जहानाबाद कस्बे में 17 यात्रियों की जलकर मौत हो जाने के मामले को लोग नहीं भूल पा रहे हैं। इस हादसे के बाद विद्युत लाइन के नीचे बसों न खड़ा करने का आदेश हुआ था लेकिन यह आदेश रद्दी की टोकरी पर पड़ा हुआ है। निश्चित ही बस संचालकों की यह बेपरवाही मुसाफिरों की जान का खतरा बन सकती है।
¨बदकी तहसील क्षेत्र से विभिन्न रूटों पर संचालित हो रही बसें फुटपाथ में बिजली के तारों के नीचे ही खड़ी हो रही हैं। प्राइवेट बस अड्डों के पास पार्किंग व सवारियों को भरने के लिए सुरक्षित स्थान नहीं हैं। बस स्टैंड पर अक्सर तार टूटने की घटनाएं होती हैं।
रविवार को अमौली कस्बे में
एक बार फिर जाफरगंज-घाटमपुर बस अड्डे के पास बिजली के तार टूट कर गिया। शुक्र रहा कि घटना के वक्त मौके पर कोई बस नहीं थी, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। जहानाबाद कस्बे में बस अड्डे पर 23 अक्टूबर 2012 को यात्रियों से खचाखच भरी बस में विद्युत लाइन का तार टूट कर गिरने से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हृदय विदारक घटना में 9 यात्री मौके पर ¨जदा जल गए थे। इसके बाद विद्युत लाइनों के नीचे बस खड़ी कर सवारियां भरने और उतराने की घटना पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी। टेंपो और बस अड्डों को विद्युत लाइन के नीचे से हटाने के आदेश तत्कालीन डीएम ने जारी किए थे। पर हादसे के बाद डीएम के इस आदेश को बस मालिकों ने ठेंगा दिखा दिया।
विद्युत लाइन के नीचे से संचालित हैं बस अड्डे
-¨बदकी-फतेहपुर, ¨बदकी वाया अमौली, जहानाबाद-फतेहपुर, जाफरगंज-घाटमपुर, जहानाबाद-कानपुर, बकेवर-नौबस्ता कानपुर नगर
------
टेंपो अड्डे
-¨बदकी-जहानाबाद, ¨बदकी-ललौली, ¨बदकी-चौडगरा, ¨बदकी-मुरादीपुर, चौडगरा-बकेवर-जहानाबाद, खजुहा-¨बदकी, जहानाबाद-सगरा चौराहा
--------
'विद्युत लाइनों के नीचे जहां भी बस व टेंपो अड्डे संचालित हैं। उन सभी को नोटिस जारी की जाएगी। विद्युत लाइनों से नीचे टेंपो व बस अड्डे हटवाए जाएंगें।' - सुशील कुमार गोंड एसडीएम