डीएम ने जारी किया आदेश, दर्ज होगा फर्जी स्कूलों और अस्पतालों पर मुकदमा
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में डीएम आंजनेय कुमार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में डीएम आंजनेय कुमार ¨सह व सीडीओ चांदनी ¨सह ने विभागाध्यक्षों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। करीब पौने तीन घंटे चली समीक्षा में डीएम ने फर्जी तौर पर संचालित हो रहे स्कूल व अस्पताल के लिए बीएसए व सीएमओ को दोषी ठहराते हुए फटकार लगाई। चेतावनी दी कि अगर ऐसे संस्थानों पर मुकदमा दर्ज नहीं कराया तो खुद के ऊपर कार्रवाई को तैयार रहें। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के सुस्त कार्यों को लेकर नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
समीक्षा दौरान पाया गया कि स्वच्छता अभियान के तहत नए सर्वे के आधार पर अब भी जिले में करीब 83 हजार शौचालय विहीन परिवार हैं, डीएम ने कहा इन परिवारों में ऐसे परिवारों को अलग किया जाए जो स्वयं से शौचालय बनवा सकते हैं। जिनके पास आय के साधन नहीं है उनके शौचालय अनुदान राशि से बनवाए जाए, उन्होंने नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारियों को निकाय क्षेत्रों को ओडीएफ घोषित करने की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिए। पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा में पाया गया कि कौंडर, सातोंपीत समेत कई जगह की पानी टंकियां छोटी-छोटी कमियों के कारण पूर्ण क्षमता के साथ संचालित नहीं हो रही है। डीएम ने एक्सईएन जल निगम व डीपीआरओ को समन्वय बनाकर ऐसी टंकियों को संचालित करने का निर्देश दिया। मनरेगा की सुस्ती पर उपायुक्त मनरेगा को फटकार लगाई। समीक्षा में पाया गया कि धाता और हथगाम ब्लाक में मनरेगा के कार्य बिल्कुल सुस्त हैं इसे तेज किया जाए। बैठक दौरान डीएम सभी विभागाध्यक्षों को काम मे तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि उन तक शिकायतें पहुंच रही है, जिसका सीधा सा मतलब है कि नीचे के अधिकारी अपने दायित्यों का निष्ठा से पालन नहीं कर रहे। बैठक में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष रहे।