हर जुबां पर चर्चा, वर्चस्व की जंग ने छीन ली खुशियां
जागरण संवाददाता फतेहपुर खागा के बहुचर्चित तिहरे हत्याकांड में 15 आरोपितों को सोमवार
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: खागा के बहुचर्चित तिहरे हत्याकांड में 15 आरोपितों को सोमवार आजीवन कारावास की सजा ने समाज में गहरा असर छोड़ा है। फैसले की बात मंगलवार को सार्वजनिक हुई तो कचहरी से लेकर चाय पान की दुकानों तक चर्चा रही। हर जुबां से बस एक ही आवाज निकली कि तू बड़ा कि मैं ..के चक्कर में 23 साल बाद 15 परिवारों की खुशियां छिन गई, और दिन तीन परिवारों को वर्चस्व की लड़ाई में अपने प्रियजन की जान चली गई।
खागा कस्बे में अस्सी के दशक से वर्चस्व की आग जल रही है। एक तरफ घटनाक्रम में सजा पाने वाला पांडेय परिवार है तो दूसरी तरफ खागा में क्षत्रिय परिवार है। इस फैसले में आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने से सब कुछ ठीक हो गया है, ऐसा कहना जल्दबाजी है, क्योंकि पीढि़यों से चली आ रही वर्चस्व की जंग अब दोनों परिवारों की तैयार युवा पीढ़ी में अपने कंधों पर उठाने के लिए मंसूबा पाल रही है। फैसले के बाद पक्ष या विपक्ष से कोई नई समस्या न पैदा हो इसके लिए खागा कस्बे से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रशासन सतर्क है। दोनों ही परिवारों की निगरानी खुफिया के द्वारा की जा रही है, ताकि किसी भी अनहोनी को टाला जा सके।
दोपहर बाद कचहरी अपने पूरे शबाब पर थी, ऐसे में एक अधिवक्ता के बस्ते पर पहुंचे एक अन्य मुकदमें के वादकारी ने अपने वकील से पूछ ही लिया, साहब .सुना है पांडेय परिवार के सभी सदस्य आजीवन कारावास में चले गए। यह हाल किसी एक बस्ते का नहीं रहा। बल्कि फैसले को लेकर चर्चा और रायशुमारी कमोवेश हर बस्ते में रही। उधर विकास भवन, कलेक्ट्रेट, समाज कल्याण, समेत अनेक दफ्तरों में कर्मचारियों के बीच फैसले की बातें होती रही।