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दगा दे रही पुरानी टंकियां, पानी का संकट

जागरण टीम फतेहपुर एक से अधिक ग्राम पंचायतों को एक ही पानी टंकी से पेयजल उपलब्ध कराने

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 11:27 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 11:27 PM (IST)
दगा दे रही पुरानी टंकियां, पानी का संकट

जागरण टीम, फतेहपुर : एक से अधिक ग्राम पंचायतों को एक ही पानी टंकी से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जिले में 45 ग्राम समूह पेयजल योजनाएं संचालित हैं। लेकिन हालत यह है कि मरम्मत के अभाव में यह टंकिया पानी नहीं उगल रही। जिससे गांव गांव पेयजल की किल्लत बढ़ गयी है। गर्मी के मौसम में पेयजल किल्लत को कम करने के लिए जल निगम विभाग ने इन टंकियों की मरम्मत के लिए धनराशि शासन से मांगी है। फिलहाल विभाग की मांग पूरी नहीं हुई, जिससे इन टंकियों का सुधार होना संभव नहीं दिख रहा।

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वर्ष 1980 से 1990 के बीच बनी समूह पेयजल योजना के लिए एक एक पानी टंकी में पांच से सात ग्राम पंचायतों को जोड़ा गया था। इनका संचालन जल निगम से किया जा रहा है, लेकिन करीब 30 से 40 साल पहले बनी इन पेयजल योजनाओं में अब अनेक खामियां है। जो पानी टंकी पांच से सात ग्राम पंचायतों के 15 से 20 गांवों व मजरों की प्यास बुझाती थी। आज वह एक गांव के लिए भी पानी नहीं दे पा रही। कारण कि गांवों को बिछाई गयी पाइप लाइन पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है। जबकि टंकियों का ओवर हेड टैंक भी पूरी तरह से दुरस्त नहीं है। नतीजा यह है कि कई टंकियां पूरी तरह से बंद है। 22 टंकियां चालू होने के बाद भी पानी की आपूर्ति तय गांवों तक नहीं कर रही।

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केस एक...

तीन माह से नहीं गिरी बूंद

ग्राम समूह पेयजल योजना जाफरगंज के दोनों पंप बंद होने से पिछले तीन माह से जलापूर्ति पूरी तरह से ठप है। पंप नंबर एक की मोटर कई प्रयास के बाद भी तीन माह से पानी नहीं उठा पा रही है। पंप नंबर दो के बोर पाइप करीब तीन वर्ष पहले चोरी जाने से कारण बंद है। जलनिगम के सहायक अभियंता आरिफ अली सिद्दीकी ने कहा जल निगम के पास पंप ठीक कराने के लिए धन नहीं है। शीघ्र ही टंकी को ग्राम सभा के हैंडओवर किया जाएगा। पंचायत अपने धन से सही कराएं। केस दो...

13 मजरों में पानी आपूर्ति ठप

वर्ष 1982 में स्थापित हुई असोथर की पानी टंकी यूं तो असोथर कस्बे के साथ ही ग्राम पंचायत के 13 मजरों के अलावा हरनवा और कौडर ग्राम पंचायत तक पानी आपूर्ति करती थी। लेकिन रख-रखाव के अभाव में टंकी की दुर्दशा हो गयी। इसका एक बोर वर्षों पहले बंद हो गया था जो आज तक नहीं बना। दूसरा बोर के जरिए टंकी में पानी चढ़ाया जाता था, लेकिन लीकेज हो जाने के कारण पिछले एक माह से टंकी तक पानी ही नहीं पहुंच रहा है। क्या बोले जिम्मेदार..

जल निगम एक्सईएन एसके वर्मा ने बताया कि हमारे यहां 45 समूह पेयजल योजनाएं है। लेकिन वर्तमान में यह पूरी क्षमता से नहीं चलती। हमने शासन से इनके रख-रखाव के लिए धनराशि मांगी है। धनराशि मिलने पर इन्हें ठीक कराया जाएगा, फिलहाल छोटी-छोटी कमियां दूर कर इन्हें चालू किया जा रहा है। बड़ी कमी वाली हमारी 22 टंकियां पूरी क्षमता से नहीं चल रही है।


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