सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड ताले में, भटक रहे मरीज
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: बेहतर उपचार के दावे तो जिला अस्पताल में खूब किए जा रहे हैं, ल
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: बेहतर उपचार के दावे तो जिला अस्पताल में खूब किए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्थाएं कहीं न कहीं पंगु दिख रही हैं। आलम यह है कि करोड़ों रुपये खर्च कर लाई गयी सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड मशीन इंस्ट्राल ही नहीं है, जिसके कारण इनका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। अस्पताल प्रशासन आधुनिक मशीनों के लिए तकनीकी स्टाफ न होने का हवाला देकर सेवाएं देने से इंकार कर रहा है। करीब आठ माह से अल्ट्रासाउंड और एक माह से सीटी स्कैन मशीन ताले में कैद पड़ी है।
वर्तमान में बीमारियों का मौसम चल रहा है, जिला अस्पताल के 118 बेड जहां फुल है। वहीं मरीजों की बढोत्तरी को देखते हुए 35 अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं। जिला अस्पताल की सेवाओं पर सवाल इस लिए उठ रहा है कि यहां रेडियोलाजिस्ट की तैनाती अब तक नहीं हुई है, जबकि पैथालाजिस्ट और ईएनटी सर्जन तैनात नहीं है। जब इन महत्वपूर्ण पदों पर कोई दायित्व निर्वहन करने वाला है ही नहीं तो सेवाओं पर लाभ पर कैसे मिले। गुरुवार को अल्ट्रासांउड जैसी सेवा के लिए मरीज इधर उधर भटकते रहे। दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोट लगने पर मरीज को बेहतर उपचार मिले इसके लिए शासन ने जिला अस्ताल को सीटी स्कैन मशीन दी है। लेकिन इसका संचाचन न होने से ऐसे मरीजों को कानपुर के लिए तुरंत रेफर कर दिया जाता है। सीटी स्कैन सेवाएं प्रारंभ हो तो ऐसे मरीजों की जान आसानी से बचाई जा सकती है।
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सीएम के दौरे लेकर साफ-सफाई
-सीएम अस्पताल आएंगे इसका कोई कार्यक्रम तय नहीं है। बावजूद इसके जिले में सीएम के दौरे को लेकर अस्पताल में साफ-सफाई के साथ ही यहां टूटे बेड व फटी चादरों को हटा दिया गया है। मरीज के उपयोग में आने वाले टायलेट को साफ सुथरा किया गया है। यहां बंटने वाले भोजन को लेकर खास सर्तकता बरती जा रही है। सीएमएस ने खुद ही खाने की गुणवत्ता का निरीक्षण किया।
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क्या कहते है जिम्मेदार..
हमारे पास मरीजों के लिए पर्याप्त बेड है, हमने 35 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की है। दवाएं पर्याप्त है। रही बात अल्ट्रासाउंड मशीन और सीटी मशीन की तो इसके लिए तकनीकी स्टाफ की मांग की गई है। स्टाफ आने के बाद ही इनका संचालन संभव है। ..डा. प्रभाकर सीएमएस जिला अस्पताल