प्रमुख बनवाएंगे शेड, सांसद ने दिए तीस लाख
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शनिवार को जिला प्रशासन ने गोरक्षा संकल्प दिवस मनाकर जिले में नि
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: शनिवार को जिला प्रशासन ने गोरक्षा संकल्प दिवस मनाकर जिले में निर्माणाधीन 15 गोशालाओं के लिए जन प्रतिनिधियों से सहयोग प्राप्त किया। जिले की सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अपनी निधि से 30 लाख रुपये और सभी 13 ब्लॉक प्रमुखों ने राज्य वित्त की धनराशि से अपने अपने ब्लॉक की गोशाला में ढाई-ढाई सौ पशुओं के लिए एक-एक टीनशेड बनवाने की घोषणा की। इसके साथ मौजूद जनप्रतिनिधियों और अफसरों ने गोरक्षा का संकल्प लेते हुए इनकी सुरक्षा एवं संरक्षा की शपथ ली। सांसद ने जन प्रतिनिधियों समेत आम जनमानस से गोशालाओं के दान देने की अपील की।
डीएम आंजनेय कुमार ¨सह गोशाला निर्माण की प्रगति रखते हुए इनके संचालन में आ रही दिक्कतों को साझा किया। उन्होंने बताया कि जिन ग्राम पंचायतों में गोशालाएं बनाई जा रही है, उन गांवों में ग्राम पंचायत कमेटी गोशाला संचालन के लिए गठित की गई है। इस समिति में अध्यक्ष प्रधान व सचिव का दायित्व ग्राम सभा के सचिव का होगा। जबकि गांव का कोई भी व्यक्ति सौ रूपये मासिक शुल्क पर सदस्य बन सकता है। गोशालाओं का संचालन सफलता पूर्वक हो इसके लिए ग्राम पंचायतों को इनमें संविदा आधारित कर्मचारी रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। इनके मानदेय का भुगतान ग्राम सभा करेगी। इस मौके पर कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप ¨सह, विधायक करण ¨सह पटेल, ब्लाक प्रमुख सुतीक्षण ¨सह, प्रगतिशील किसान अशोक तपस्वी, लोकनाथ पांडेय, लोकदल के अध्यक्ष अनंत गौतम, पूर्व प्रमुख सुरेंद्र ¨सह गौतम, ¨पटू ¨सह गौतम, समेत जिले के सभी अधिकारी रहे। सीडीओ चांदनी ¨सह ने धन्यवाद तथा संचालन पीडी एके निगम ने किया। दस रुपये में खरीदेंगे गाय का गोबर
-अशोक तपस्वी ने इस मौके पर गाय के गोबर से निर्मित ¨सदूरदानी, गमला, आदि का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि वह गोशालाओं से निकलने वाले गोबर को दस रुपये किलो की खरीद करेंगे। यहीं पर कानपुर से आए आलोक अग्रवाल ने गोशाला के गोबर व मूत्र से एलपीजी गैस बनाने का संयंत्र लगाने का सुझाव दिया। चारा-भूसा समेत लेंगे छोटा-बड़ा दान
सीडीओ चांदनी ¨सह ने कहा कि गोशालाओं के संचालन के लिए तय किया गया है कि गांवों में हर किसी से सहयोग व दान लिया जाएगा। इसके लिए कोई भी व्यक्ति गोशाला के लिए धनराशि दान में दे सकता है। जो लोग पैसा नहीं दे सकते वह अपनी इच्छानुसार, चारा-भूसा, दाना आदि का दान करे। हमारी संचालन समितियां इसका लेखा-जोखा रखेंगी।