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प्रयागराज जाकर सीबीआइ ने खंगाले राज

जागरण संवाददाता फतेहपुर मौरंग के अवैध खनन की जांच कर रही सीबीआइ ने बुधवार को प्रय

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 11:20 PM (IST)
प्रयागराज जाकर सीबीआइ ने खंगाले राज
प्रयागराज जाकर सीबीआइ ने खंगाले राज

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : मौरंग के अवैध खनन की जांच कर रही सीबीआइ ने बुधवार को प्रयागराज जाकर खनन विभाग के मंडलीय कार्यालय से कुछ दस्तावेज लिए। बताते है कि सिडीकेट के राज को खंगालने के लिए टीम ने प्रयागराज से जुड़े एक खनन कारोबारी से पूछताछ भी किया। सपा शासन काल में हुए अवैध खनन की जांच में सीबीआइ खनन में हिस्सेदारी रखने वाले नेताओं व माफिया के सबूतों को जुटा रही है।

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सपा शासन काल में वर्ष 2012 से 2017 के दौरान पट्टे के किसी के भी नाम रहे हो लेकिन पूरे खनन में कब्जा सिडीकेट का रहा। जिले में गुरवल व कोर्रा खदान में तीन पट़्टो को नवीनीकरण हाईकोर्ट के रोक के बाद भी कर दिया गया था। सीबीआइ की जांच में यह पता चला कि शिवसिंह व सुखराम के नाम के पट़टो में बीस से अधिक हिस्सेदार रहे। इसमें कई सफेदपोश नेता भी शामिल है। सोमवार को जिले में जांच की लिए आई टीम ने तीसरे दिन प्रयागराज जाकर खनन विभाग के मंडलीय कार्यालय से कुछ दस्तावेज तलाशे। सिडीकेट के तार किस प्रभाव शाली नेता से जुड़ेू रहे, इसके साथ सीबीआइ इस राज का पता करती रही कि मौरंग की काली कमाई का हिस्सा आखिर कहां-कहां तक पहुंचता रहा। जांच में यह भी पता चला कि मौरंग खदानों से निकलने वाले वाहनों से सिडीकेट के लोग तीन से चार हजार रुपये प्रति ट्रक वसूली करते थे। सीबाीआइ ऐसे लोगों के नाम भी खोजती रही जो सिडीकेट के सहयोगी रहे।


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