शिक्षा में बड़े बदलाव को तैयार हुआ खाका
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : देश के 115 पिछड़े जनपदों में शुमार जिले को विकास की राह म
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : देश के 115 पिछड़े जनपदों में शुमार जिले को विकास की राह में लाने के लिए शनिवार को शिक्षा, कृषि, पोषण, स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का खाका खींचा गया। कलेक्ट्रेट सभागार में विभागों द्वारा तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति एवं संयुक्त सचिव औद्योगिक नीति राजीव अग्रवाल ने कहा कि जीवन स्तर में सुधार के साथ विकास को फलक तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार संजीदा होकर कार्य करे। बैठक में पहला सुधारात्मक प्रयोग बेसिक शिक्षा में लाने निर्णय लिया गया। इस मौके पर केंद्र सरकार से नामित संस्था 'प्रथम' ने प्रस्तुतिकरण करके दिखाया।
जनपद के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए एक बैठक कलेक्ट्रेट को गांधी सभागार में संपन्न हुई। शिक्षा के क्षेत्र में जिले को नई दिशा देने के लिए प्रथम संस्था जिले स्तर पर डीआरजी व ब्लाक स्तर पर बीआरजी का गठन करके स्कूलों की मानीट¨रग करके रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेगी। शिक्षा बेहतर हो इसके लिए संस्था द्वारा ब्लाक स्तर पर ट्रे¨नग आयोजित कर शिक्षकों को बेहतर बनाया जाएगा। भारत सरकार के सचिव ने इस कार्यक्रम को हरी झंडी देने के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के पेयजल संसाधनों, स्वास्थ्य, पशुपालन, कौशल विकास, विद्युतीकरण व विद्युत आपूर्ति की समीक्षा कर अफसरों को बेहतर काम करने का निर्देश दिया। किसानों की आय दूना करने के लिए फसल बीमा योजना, हर खेत को पानी, उद्यानीकरण को बढ़ावा देने व सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की कार्ययोजना अधिकारियों ने रखी। बैठक दौरान साध्वी निरंजन ज्योति ने पुलिस कार्यालय में फरियादियों के प्रतीक्षालय बनवाने के लिए अपनी निधि से धन स्वीकृत करने का भरोसा दिया। डीएम कुमार प्रशांत ने कहा कि एक एक काम की मानीट¨रग राज्य से केंद्र तक हो रही है अफसर अपना रवैया बदले और नया फतेहपुर बनाने में शत-प्रतिशत योगदान करें। इस मौके पर सीडीओ एसपी आनंद, एसपी श्रीपर्णा गांगुली, सीएमओ डा. विनय कुमार पांडेय, डीडीओ रमेश चंद्रा सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
बैठक में पीडी की हालत बिगड़ी
गांधी सभागार में भारत सरकार के सचिव अफसरों की बैठक ले रहे थे, अचानक परियोजना निदेशक एके निगम की तबियत बिगड़ गयी। पास में ही जिला विकास अधिकारी को अपनी परेशानी बताकर वह बैठक से सीधे अस्पताल पहुंचे और दवा इलाज कराया। देर शाम उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया गया। उधर बैठक में मौजूद न होने पर संयुक्त सचिव ने पूछताछ की लेकिन बीमार होने की बात सुनकर शांत हो गए।