कस्तूरबा विद्यालयों के नोडल अधिकारी बनेंगे बीईओ
जागरण संवाददाता फतेहपुर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को नई दिशा और उड़ान
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को नई दिशा और उड़ान दिलाने के लिए शासन ने नई योजना बनाई गई है। नई योजना के तहत अब इन विद्यालयों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। संचालन के तहत अहम जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जवाबदेह भी होंगे।
जिले में नगर क्षेत्र को मिलाकर 14 ब्लाक हैं। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अभी तक वार्डेन की सारी जिम्मेदारी होती रही है। विद्यालयों के सफल क्रियान्वयन को लेकर बीएसए को सीधे शासन जिम्मेदारी दी जाती रही है। शिक्षा महानिदेशक ने इन विद्यालयों के सु²ढ़ क्रियान्वयन को लेकर नई योजना बनाई है। व्यवस्था के तहत बीईओ को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। आवासीय विद्यालयों में रहने की सुविधा के साथ पठन पाठन कर रही छात्राओं की देखरेख सहित तमाम जिम्मेदारियों का निर्वहन अब खंड शिक्षाधिकारी निभाएंगे। अभी तक इन स्कूलों में पुरुष वर्ग को प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी।प्रवेश के लिए किसी महिला कर्मचारी अधिकारी की मौजूदगी अनिवार्य थी। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) संजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप जल्द ही खंड शिक्षिाधिकारियों को नोडल अधिकारी का दायित्व दिया जाएगा। नई व्यवस्था से संचालन और मजबूत होगा।
बीईओ के ऊपर बढ़ा काम का बोझ
ब्लाकों में तैनात बीईओ को कस्तूरबा स्कूलों का नोडल अधिकारी बनाने से कार्य का बोझ बढ़ेगा। बीईओ के पास पहले से ही भारी कामकाज है। नाम न छापने की शर्त पर बीईओ ने कहाकि शासन के आदेश का पालन तो करना ही होगा। काम का बोझ बढ़ जाएगा। पहले से ही ब्लाक स्तर पर बहुत काम है।