प्राइमरी स्कूल में चल रही जागरुकता की पाठशाला
जागरण संवाददाता फतेहपुर वैश्विक महामारी की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे अब ज
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: वैश्विक महामारी की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे, अब जब जुलाई में स्कूल खुले भी तो बच्चे नहीं आ रहे हैं। ऐसे माहौल के बीच जनपद के एक प्राइमरी स्कूल में जागरुकता की पाठशाला संचालित की जा रही है। यहां बच्चों व अभिभावकों को संक्रमण से बचाव के टिप्स दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं हाथ धोने के तौर-तरीकों के साथ-साथ खान-पान व स्वच्छता का पाठ भी पढ़ाया जाता है।
यमुना कटरी पर स्थित प्राइमरी स्कूल अर्जुनपुर गढ़ा फिलहाल संक्रमण के इस दौर में भी लोगों को कोरोना से लडने के लिए तैयार कर रहा है। यहां तैनात प्रधानाध्यापक देवव्रत त्रिपाठी प्रतिदिन शिक्षकों की टोली के साथ विद्यालय पहुंचते हैं और अभिभावकों को बुलाकर उन्हें शारीरिक दूरी का पाठ पढ़ाते हैं। इसके अलावा महामारी से बचाव के लिए खान-पान में क्या ध्यान रखना चाहिए, इसकी भी जानकारी देते हैं। वहीं स्वच्छता का पाठ भी पढ़ाया जाता है।
परदेश से लौटे अपनों के श्रम से महकी बगिया
बाहरी राज्यों से प्रवासी कामगारों के लौटने का क्रम चल रहा था, उस समय इस विद्यालय में उन्हें क्वारंटाइन भी किया गया था। प्रधानाध्यापक ने प्रावासियों को जागरूक करने के साथ उनके श्रम से विद्यालय की बागवानी को और सजा दिया। प्रधानाध्यापक कहते हैं कि प्रवासी मजदूरों के सहयोग से विद्यालय परिसर और शौचालय को साफ-सुथरा किया गया। इसके चलते पूरा विद्यालय आज भी चमक रहा है।
लॉकडाउन अवधि में स्वयं करते थे सफाई
लॉकडाउन अवधि में प्रधानाध्यापक प्रतिदिन विद्यालय पहुंचते थे, लेकिन सफाई कार्य के लिए कोई श्रमिक नहीं मिला इससे वह खुद ही सफाई करके चले जाते थे। उन्होंने बताया कि यह स्कूल अपनी स्वच्छता, रखरखाव और नवाचार के लिए पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
विशाल डाइनिग हॉल बनवाया
बच्चों को दोपहर का भोजन कराने के लिये एक विशाल डाइनिग हॉल भी बनवाया गया है, जिसमें करीब 200 बच्चे साथ बैठकर खाना खा सकते हैं। विद्यालय का विशाल बगीचा, स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने वाला माहौल और तमाम ऐसी कई चीजें हैं जो अन्य शिक्षकों के लिए एक नजीर बन चुका है।