घिरी संस्था, कमेटी के समक्ष देना होगा डेढ़ करोड़ का हिसाब
जागरण संवाददाता फतेहपुर जहानाबाद कस्बे में अधूरे नाला निर्माण से हो रहे जल भराव पर प्रशासन पूरी तरह सख्त है। गुणवत्ता विहीन व अधूरा निर्माण करने वाली संस्था धीरे-धीरे कर कार्रवाई की परिधि में घिरती जा रही है। बुधवार को डीएम संजीव सिंह ने जांच कमेटी रिपोर्ट पेश होने के बाद उक्त संस्था के विरुद्ध एक और कदम बढ़ा दिया। अब डीएम ने संस्था से 1.40 करोड़ खर्च हो चुकी रकम का हिसाब मांगा है और 29 जून को पुन उक्त मामले की सुनवाई की तिथि तय की है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: जहानाबाद कस्बे में अधूरे नाला निर्माण से हो रहे जल भराव पर प्रशासन पूरी तरह सख्त है। गुणवत्ता विहीन व अधूरा निर्माण करने वाली संस्था धीरे-धीरे कर कार्रवाई की परिधि में घिरती जा रही है। बुधवार को डीएम संजीव सिंह ने जांच कमेटी रिपोर्ट पेश होने के बाद उक्त संस्था के विरुद्ध एक और कदम बढ़ा दिया। अब डीएम ने संस्था से 1.40 करोड़ खर्च हो चुकी रकम का हिसाब मांगा है और 29 जून को पुन: उक्त मामले की सुनवाई की तिथि तय की है।
नगर पंचायत कोड़ा जहानाबाद में मोहल्ला बाकरगंज मलाकापुर से नहर साइफन तक निर्माणाधीन नाला को लेकर डीएम ने 17 जून जांच के लिए कमेटी बनाई थी। एसडीएम बिदकी की अध्यक्षता में गठित टीम द्वारा नाले का भौतिक, तकनीकी व स्थलीय सत्यापन किया जा चुका है। जांच पाया गया है कि अब भी नाले का काम अधूरा है, जिसके कारण कस्बे में जल भराव होता है। नाला निर्माण के कार्य की गुणवत्ता ठीक करने व नाले के को ठीक कराये जाने की तत्काल आवश्यकता जताई है। डीएम ने द्वारा कार्यदायी संस्था सीएनडीएस को निर्देश दिये हैं कि अवशेष नाले का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराया जाय और अवमुक्त धनराशि 1.40 करोड़ कहां कहां उपभोग की गयी इसका अभिलेखीय प्रमाण जांच टीम के समक्ष रखा जाए। उन्होंने कहा कि यदि गये निर्देशों का परिपालन नही पाया जाता है तो कार्यदायी संस्था के विरुद्ध कार्यवाही के लिए शासन को पत्र भेजा जायेगा। समीक्षा के दौरान एडीएम पप्पू गुप्ता, एसडीएम बिदकी आशीष कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी जोगेन्द्र सिंह यादव, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग आरडी सोनकर, जेई आरईएस रमेश शुक्ला, परियोजना प्रबधंक सीएनडीएस हरिशंकर पाण्डेय आदि मौजूद रहे।