11 टंकियां बनकर तैयार, घरों में पहुंची पानी की धार
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जागरण संवाददाता, फतेहपुर: गांव-गांव गहराए पेयजल संकट के लिए वरदान बन चुकी नीर-निर्मल परियोजना ने 11 ग्राम पंचायतों व उनके 80 मजरों में पानी सुविधा से जोड़ दिया है। करीब 24 करोड़ के खर्च से बनकर तैयार हुई परियोजनाओं से उक्त गांवों में पानी का संकट खत्म हो गया है। डीएम संजीव सिंह ने इन पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं का सत्यापन शुरू कराया है। जो घर या मजरे पाइप लाइन के पानी से अछूते हैं उन्हें एक सप्ताह में इसका लाभ मिल जाएगा।
भारत सरकार के सहयोग से विश्व बैंक ने 40 पेयजल परियोजनाओं के जरिए जिले में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था का जिम्मा लिया है। जिसके तहत गंगा किनारे की बेल्ट को पेयजल की मजबूत सुविधा से जोड़ा जा रहा है। चयनित 40 गांवों में पेयजल के लिए पानी टंकी, ट्यूबवेल लगाकर उस गांव में पाइप लाइन बिछाई जानी है। साथ ही इसे संचालित करने के लिए ट्रासफार्मर व बिजली लाइन के अलावा स्वतंत्र जनरेटर भी लगाया जाना है। अब तक 11 ग्राम पंचायतों में पेयजल योजना पूरी हो गयी है। अवशेष 29 गांवों में पेयजल की सुविधा प्रारंभ करने के लिए दिसंबर माह तक का समय और लगना है।
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इस लिए पड़ी यहां पर नीर-निर्मल परियोजना की जरूरत
- धरती की कोख में घुलते जहर से हैंडपंप, कुआं, या नदियों का पानी पूरी तरह से दूषित होता जा रहा है। आंकड़े बताते हैं कि अगर गहरी बोरिग के जरिए पेयजल के लिए पानी निकाला जाए तो वह साफ और शुद्ध है। वर्तमान की बात की जाए तो जिले में करीब 123 बस्तियां ऐसी है जहां के भू-गर्भ का जल दूषित हो चुका है। जल निगम की रिपोर्ट है कि गंगा पट्टी में मलवां ब्लाक का जो हिस्सा है, वहां करीब 150 फिट तक की भूगर्भ सतह से निकलने वाला पानी पीने योग्य नहीं है।
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यह ग्राम पंचायतें हुई चयनित
-बघौली, इजूरा खुर्द, रसूलपुर भंडरा, बैगांव, गाजीपुर, किशोई, कूंधन, खालिसपुर अखरी, करनपुर, सिहार, कोतला, मकदूमपुर कला, निजाममुददीनपुर, आलमपुर नरही, असनी, सेनपुर, टाडा, तारापुर, भिटौरा, भरसरी, महादेवपुर, लखपुरा, रावतपुर, मीरमऊ, आदमपुर, नसीरपुर बेलवारा, हाजीपुर गंग, इब्राहिमपुर, देवमई, लहंगी, करनपुर, भाऊपुर, शिवराजपुर, अभयपुर, गलाथा, रावतपुर, गुनीर, इब्राहिमपुर, नरौली बुजुर्ग, व रावतपुर शामिल है।
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यह योजना देने लगी जल आपूर्ति
- नीर निर्मल परियोजना के जिला समन्वयक जनमेजय सिंह ने बताया कि उनकी लहंगी, हाजीपुरगंग, किशोई, शिवराजपुर, भाऊपुर, आदमपुर, नसीरपुर बेलवारा, महादेवपुर, देवरानार, लखपुरा, कोतला वह परियोजनाएं हैं जो बनकर तैयार है। इनमें पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन के जरिए घर-घर पहुंच रही है। पानी का कनेक्शन लेने वाले परिवारों को पानी के लिए शुल्क ग्राम सभा के पक्ष में जमा करना होगा। इसके लिए प्रधान व सचिव को जिम्मेदार बनाया गया है।