बिदकी विधानसभा क्षेत्र में 11 बूथों की हालत नाजुक
जागरण संवाददाता फतेहपुर लोकसभा चुनाव में क्रिटकल-बर्नेबल (संवेदनसील अति संवेदनशील) बूथो
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: लोकसभा चुनाव में क्रिटकल-बर्नेबल (संवेदनसील, अति संवेदनशील) बूथों की रिपोर्ट से गांवों की पोल खुल गयी है। अकेले बिदकी विधानसभा क्षेत्र में 11 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां मतदाताओं वोट के लिए डराने-धमकाने की आशंका है। प्रशासन ने यहां 11 मतदान केंद्रों के 12 गांवों में सघन पड़ताल करते हुए चुनाव के दौरान गुंडागर्दी करने वाले 14 लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ 107-116 की कार्रवाई करते हुए उन 64 लोगों पर नजर जमा दी है जो दबाव व प्रभाव में आ जाते हैं।
सेक्टरों की समीक्षा में पाया गया है कि दो पक्षों के बीच तना-तनी भी माहौल बिगाड़ सकती है। विधानसभा क्षेत्र के शिवरी, तपनी, करेरा, अकिलाबाद, गंगुवापुर, खूंटा, कोरवां, गुनीर, कोरसम, हरवंश सिंह का पुरवा, रेवाड़ी बुजुर्ग, उमरगहना और देवमई ऐसे मतदान केंद्र हैं। जहां सेक्टर व जोन अफसरों ने स्थिति ठीक नहीं बताई है। रिपोर्ट में स्पष्ट है कि कई गांवों में मिश्रित आबादी, तो कई गांवों में राजनीतिक प्रतिद्वंदता के कारण हालात नाजुक है। डीएम ने इन बूथों पर विशेष निगरानी की व्यवस्था बनाई है। यहां पाबंद लोगों पर जहां पूरी तरह से नजर रखी जाएगी वहीं प्रभाव में आने वाले लोगों को निर्भय होकर मतदान करने का हौसला अफसर देंगे और इन्हें हर हाल में बूथ तक पहुंचाएंगे।