पुरानी मशीनों से हुनर सीख रहे युवा
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में युवा पुरानी मशीनों से ही मैकेनिक बनने का हुनर सीख रहे हैं। करीब एक साल पहले आईं सात नई मशीनें भी रखे-रखे जंग खाने लगी हैं। हैरत की बात तो यह है कि प्रधानाचार्य को इसकी जानकारी तक नहीं है। ऐसे में युवा इन्हीं पुरानी मशीनों से मैकेनिक बनने का सपना देख रहे हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में युवा पुरानी मशीनों से ही मैकेनिक बनने का हुनर सीख रहे हैं। करीब एक साल पहले आई सात नई मशीनें भी रखे-रखे जंग खाने लगी हैं। हैरत की बात तो यह है कि प्रधानाचार्य को इसकी जानकारी तक नहीं है। ऐसे में युवा इन्हीं पुरानी मशीनों से मैकेनिक बनने का सपना देख रहे हैं।
ठंडी सड़क स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के मशीन ट्रेड में मौजूदा समय में 32 छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण ले रहे हैं। मशीन ट्रेड में वर्षो पुरानी लगभग 40 मशीनों से युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि करीब एक साल पहले खरीदी गईं स्लाटर मशीन, सेपर, ड्रिल व लेथ मशीन मशीनिष्ट कक्ष में पड़े-पड़े धूल फांक रही हैं। बुधवार को पुरानी मशीनों को अभ्यर्थी साफ करते नजर आए। अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछले साल सात मशीनें नई आई थीं, लेकिन उनमें उन लोगों को प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। पुरानी मशीनों से ही वह प्रशिक्षण ले रहे हैं। हालांकि अनुदेशक विजय सिंह ने बताया कि नई व पुरानी दोनों मशीनों से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनके बैच में 32 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। दो साल का कोर्स चलता है। अगस्त 2019 में शुरू हुआ बैच 31 जुलाई 2020 को खत्म हो जाएगा। इस संबंध में प्रधानाचार्य उमेश तनेजा ने बताया कि पिछले साल ही नई मशीनें आई थीं। अब उन मशीनों से प्रशिक्षण दिया जा रहा है या नहीं इसकी जानकारी वह करवाएंगे। नई मशीनों से ही अभ्यर्थी को मशीन ट्रेड में प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा।