..हां मुझे इसीलिए कहा जाता सौहार्द का शहर
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अमन-चैन व सौहार्द की विरासत समेटे फर्रुखाबाद शहर ने बुधवार क
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अमन-चैन व सौहार्द की विरासत समेटे फर्रुखाबाद शहर ने बुधवार को एक बार फिर अपनी मिसाल छोड़ी। दीपक टाकीज के निकट से निकली गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा खटकपुरा मोड़ पर पहुंची तो सामने से अलम जुलूस आ रहा था। सुरक्षा ड्यूटी में लगी पुलिस की नजारा देख धड़कनें तेज हो गईं। सतर्कता दिखाने को पुलिस कर्मियों के पहुंचने से पहले ही भक्तों ने विसर्जन यात्रा कुछ देर के लिए रोक ली। इस बीच अलम जुलूस तलैया फजल इमाम की ओर मुड़ गया। इसके बाद जयकारे लगाते हुए यात्रा फिर चल निकली।
फर्रुखाबाद शहर गंगा-जमुनी तहजीब व सौहार्द की मिसाल लगातार कायम रखे है। विभिन्न त्योहार मिलजुलकर मनाए जाते हैं। बुधवार को इसका उदाहरण फिर देखने को मिला। एक ओर शहर में गणेश उत्सव व प्रतिमा विसर्जन यात्रा की धूम मची है तो दूसरी ओर अलम जुलूस निकल रहे हैं। हालांकि इसके लिए प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था पर चौकसी रखे है। शहर में जहां विसर्जन यात्राओं का जगह-जगह स्वागत व पूजन होता है, वहीं अलम जुलूस का भी कई स्थानों पर स्वागत किया जा रहा है। फातहा भी पढ़ी जाती है। इसी क्रम में दीपक टाकीज के निकट से निकली विसर्जन यात्रा दोपहर को जयकारों के साथ खटकपुरा मोड़ पर पहुंची। संयोगवश सामने से अलम जुलूस भी आ रहा था। सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी यह नजारा देख घबरा गए। अलम जुलूस के साथ चल रहे पुलिस कर्मी भागकर विसर्जन यात्रा के पास पहुंचे, इससे पहले ही श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश का रथ रोक लिया था। तलैया फजल इमाम की ओर जाने को अलम जुलूस गली में मुड़ गया तब जाकर पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली। इधर जुलूस निकलने के बाद गजानन के भक्तों ने जयकारों के साथ फिर यात्रा शुरू कर दी। पांचालघाट की ओर डीजे व बैंडबाजे की धुन नाचते-गाते भक्त रवाना हो गए।