महिला के गोली मारी, पुलिस के सामने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : नींव भरने को लेकर हुए विवाद में महिला को गोली मार दी गई। घ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : नींव भरने को लेकर हुए विवाद में महिला को गोली मार दी गई। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस के सामने भी दबंगों में कोई भय नहीं दिखा और वह लोग दौड़ा-दौड़ा कर महिला के परिजनों को पीटते रहे। युवकों को पकड़ने के लिए दारोगा को सर्विस रिवाल्वर निकालनी पड़ गई। इसके बाद आरोपित दो युवकों को तमंचा समेत पकड़ा गया। गोली लगने से घायल महिला को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसपी ने मौके पर जाकर जांच की।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव अमेठी कोहना निवासी कोपरेटिव बैंक से रिटायर कर्मचारी रामनिवास मिश्रा की पत्नी देववती (45) घर के पास स्थिति प्लाट का बैनामा मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव उगरपुर निवासी बेबी पत्नी बलराम से पिछले माह कराया गया था। बेबी के परिवार के लोग प्लाट से कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। शनिवार को देववती प्लाट पर नींव भरवा रहीं थी। इस दौरान बेबी के परिवार के लोगों ने निर्माण कराने का विरोध किया। विवाद बढ़ने पर पथराव कर दिया गया। इसी बीच कुछ युवकों ने फाय¨रग कर दी। जिससे देववती के बाएं पैर में गोली लग गई। गोलीबारी से अफरा तफरी मच गई। सूचना पर यूपी 100 के पुलिस जवान मौके पर पहुंचे। पुलिस के सामने दबंग युवक देववती के पति व उनके परिजनों को पीट रहे थे। युवकों को पकड़ने के लिए दारोगा ने सर्विस रिवाल्वर निकाल ली। तब कहीं जाकर पुलिस दो युवकों को पकड़ सकी। आरोपितों के पास से पुलिस को एक तमंचा भी मिला है। उधर घायल महिला देववती को उनका पुत्र दिनेश मिश्रा लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां पर शहर कोतवाल पुलिस बल लेकर आ गए। पुलिस ने घायल महिला से घटना की जानकारी ली। हालत को देखते हुए परिवार के लोग महिला को एक प्राइवेट अस्पताल लेकर चले गए। दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन ¨सह, सीओ सिटी रामलखन सरोज ने घटना स्थल पर जाकर जांच की। आस पास के लोगों से घटना की जानकारी ली। सीओ सिटी ने बताया कि पीड़िता की ओर से अभी तहरीर नहीं आई है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पहले भी की चुकी है फाय¨रग
घायल महिला के परिजनों ने बताया कि दंबगों ने पहले भी फाय¨रग की थी। उस समय समझौता करा दिया गया था। पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस पहले ही आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई कर देती तो शनिवार को घटना नहीं होती।