गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब, रामगंगा भी बढ़ीं
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंचने से आसपास के गांवों में रह रहे लोगों की धड़कनें तेज हैं।
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंचने से आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज हैं। तकरीबन 50 गांव प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ का पानी कुठलाझील के निकट बदायूं मार्ग तक पहुंच गया है। मूसलाधार हुई बरसात ने पीड़ितों की और मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
शनिवार को रामगंगा का जलस्तर ़10 सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान के करीब 136.95 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। नरौरा बांध से गंगा में 113321 क्यूसेक पानी छोड़ने जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 63134 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। जिससे रामगंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है।
गंगा की बाढ़ का पानी हर¨सहपुर कायस्थ, ऊगरपुर, सुंदरपुर, नगला दुर्गु, भुड़रा, सवितापुर आदि गांव में भर गया है। गांव में बाढ़ का पानी भर जाने से महिलाओं को भोजन पकाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण तिरपाल के नीचे परिवार साहित गुजर कर रहे हैं। शुक्रवार की रात हुई मूसलाधार बरसात ने पीड़ितों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
एसडीएम बृजकिशोर दुबे ने बाढ़ प्रभावित गांव पट्टी भरखा, सैदापुर, जसूपुर, सबलपुर, रामपुर जोगराजपुर व कनकापुर पहुंचकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और पीड़ितों की समस्याएं सुनीं।