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कचरा प्रबंधन नागरिकों व नगर निकायों की साझा जिम्मेदारी

संवाद सहयोगी कायमगंज देश के बड़े नगर हों या छोटे कस्बे वहां के घरों दुकानों होट

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 06:16 PM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:07 AM (IST)
कचरा प्रबंधन नागरिकों व नगर निकायों की साझा जिम्मेदारी
कचरा प्रबंधन नागरिकों व नगर निकायों की साझा जिम्मेदारी

संवाद सहयोगी, कायमगंज : देश के बड़े नगर हों या छोटे कस्बे, वहां के घरों, दुकानों, होटल, कारखानों के कूड़ा कचरे का यथोचित प्रबंधन नगर निकायों के साथ नागरिकों की साझा जिम्मेदारी है। जब दोनों ही अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे, तभी स्वच्छता अभियान पूरी तरह सफल होगा। यह विचार है नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी सीमा तोमर के।

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नगर पालिका में जिम्मेदार पद पर होने से सफाई स्वच्छता प्रबंधन का अनुभव रखने वाली अधिशासी अधिकारी का कहना है कि स्वास्थ्य-स्वच्छता के प्रचार प्रसार के बावजूद लोग अपने कर्तव्य व दायित्वों का पालन नहीं कर रहे। सड़क व खुले में कचरा फेंकना कानूनी अपराध होने के बावजूद लोग कूड़ेदान या पालिका की कूड़ा गाड़ी या अन्य निर्धारित स्थल पर कूड़ा नहीं डालते हैं। उन्होंने सफाई स्वच्छता के बारे में यह उपाय बताए। घर को कैसे करें कचरामुक्त

घरेलू कचरे को अलग अलग एकत्र किया जाए। एक तो रसोई संबंधी गीले कचरे सब्जी फलों के छिलके आदि, दूसरा सूखा कूड़ा जिसमें कागज, गत्ता, धातु, प्लास्टिक कांच आदि तथा तीसरी श्रेणी में खतरनाक पदार्थ प्रयुक्त डायपर, सेनेट्री नेपकिन व बची हुई दवाइयां व अन्य घरेलू प्रयोग वाले रसायन। गीले कूड़े को घरों में ही साधारण प्रक्रिया से गमलों के लिए खाद बनाई जा सकती है। ऑफिस से कचरा मुक्ति

प्रत्येक सरकारी व अ‌र्द्ध सरकारी कार्यालय भवन में गीले व सूखे कचरे को संग्रहीत करने की अलग अलग व्यवस्था की जाए। गीले कूड़े को उसी कैंपस में कंपोस्टिग के लिए प्रोत्साहित किया जाए और सूखे कूड़े को स्थानीय निकाय को दिया जाए। प्लॉस्टिक से कैसे मिले निजात

सरकार द्वारा प्लास्टिक प्रयोग पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाया गया, उसके पालन का अभियान भी चला, लेकिन व्यापक जन सहभागिता ही प्लास्टिक मुक्त अभियान को सफलता दे सकती है। लोगों को इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाए, जिससे लोग खरीदारी के लिए थैला लेकर निकलें। टूटी इमारतों का अपशिष्ट निस्तारण

हादसे में ध्वस्त हुई या खुद तोड़ी गई इमारतों के मलबे का निस्तारण सड़क निर्माण के समय बेस बनाने, सड़कों के गड्ढे भरने व अन्य भराव के लिए प्रयोग किया जा सकता है। यदि नगरों में उक्त उपायों को चरणबद्ध ढंग से लागू किया जाए तो प्रतिदिन जनित कूड़े का 70 ये 75 फीसद निस्तारण किया जा सकता है।


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