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गांव में बाढ़ का पानी भरने से ग्रामीण नाव से कर रहे आवागमन

संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा का जलस्तर बढ़ने और कटान होने से भयभीत हरसिंहपुर कायस्थ गांव

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 10:25 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 10:25 PM (IST)
गांव में बाढ़ का पानी भरने से ग्रामीण नाव से कर रहे आवागमन
गांव में बाढ़ का पानी भरने से ग्रामीण नाव से कर रहे आवागमन

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर बढ़ने और कटान होने से भयभीत हरसिंहपुर कायस्थ गांव के ग्रामीण अपने पक्के मकान तोड़ रहे हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गांव के लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।

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गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर 136.70 मीटर पर पहुंच गया है। गंगा चेतावनी बिदु से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। गंगा का चेतावनी बिदु 136.60 मीटर पर दर्ज है। नरौरा बांध से 59871 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। रामगंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर बढ़कर 135.50 मीटर पर पहुंच गया है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 3390 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से हरसिंहपुर कायस्थ गांव में पानी भर गया है। गांव के धर्मपाल, लालसिंह, धनपाल, मानसिंह, होतेलाल, जगवीर, सर्वेश व द्वारिका के घरों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई है। गांव में पानी भरने से लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। गंगा की धार की जद में गवधूलाल, सर्वेश, रसाल व सुरेंद्र के मकान आ गए हैं। कटान से भयभीत ग्रामीण अपने पक्के मकान तोड़ रहे हैं। गांव के कई लोग अपने मकान तोड़ भी चुके हैं। ग्रामीणों को रहने के लिए भूमि भी नहीं मिली है। बेघर ग्रामीण ऊंचे स्थानों खेतों में झोपड़ी डालकर परिवार सहित गुजर कर रहे हैं। सर्वेश कहते हैं कि मकान गंगा की धार में बह जाएगा। मकान तोड़कर ईंट सुरक्षित निकाल लेते हैं। बाढ़ का पानी तीसराम की मड़ैया व सुंदरपुर में पहुंच गया है। बाढ़ का पानी खेतों में भर जाने से ग्रामीणों को मवेशियों के चारे की समस्या हो गई है। ग्रामीणों को चारे के लिए काफी दूर भटकना पड़ता है। तहसीलदार संतोष कुमार ने बताया कि हरसिंहपुर कायस्थ में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बाढ़ प्रभावित गांवों के आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था की है। लेखपालों को सतर्क कर दिया है। खेतों में फिर भरा बाढ़ का पानी, कटान से भयभीत ग्रामीण तोड़ रहे घर

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : गंगा में दूसरी बार आयी बाढ़ का पानी खेतों तक पहुंच गया है। चारा व गन्ना की फसलें जलमग्न हो गई हैं। कटान से चितित ग्रामीणों ने घर तोड़ना शुरू कर दिया है। तहसीलदार सदर ने राजस्व कर्मियों के साथ प्रभावित गांव का ट्रैक्टर ट्राली पर बैठ कर दौरा किया। एक नाव भी लगा दी गई है।

पिछले कई दिनों से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। शनिवार रात पानी खेतों तक पहुंच गया। तहसीलदार सदर ने कर्मचारियों के साथ ट्रैक्टर पर बैठ कर कटरी क्षेत्र के गांवों का दौरा किया। मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव कटरी धर्मपुर जाने वाली सड़क पर गांव पंखियन नगला से पहले टूटी पुलिया पर पानी का बहाव तेज हो गया है। इससे वहां प्रशासन की ओर से नाव लगायी गई है। गांव पृथ्वीपुर में भी कटान होने लगा है, इससे चितित ग्रामीण मकान तोड़ रहे हैं। खेतों में खड़े मवेशियों के चारे में पानी भरने से ग्रामीण परेशान हैं। पानी यदि अधिक दिन भरा रहा तो चारा खराब हो जाएगा। गांव दौली की मढ़ैया व उससे सटे मजरों में भी पानी आ गया है। तहसीलदार सदर राजू कुमार ने बताया कि गांव कल्लू नगला से करीब आठ फीट दूरी पर गंगा में कटान हो रहा था। हालांकि रविवार को कटान कुछ थमा है। पृथ्वीपुर में स्थिति अभी खराब नहीं है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।


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