फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के बाहर सुनील राठी के गुर्गों को लेकर सतर्कता, बैरक की निगहबानी
बागपत जेल से सुनील राठी को फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में लाए जाने के बाद पुलिस व जेल प्रशासन पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है।
फर्रुखाबाद (जेएनएन)। बागपत जेल से सुनील राठी को केंद्रीय कारागार में लाए जाने के बाद पुलिस व जेल प्रशासन पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है। लापरवाही या जेल कर्मियों की मिलीभगत से यहां भी ऐसी घटना न हो जाए, इसके लिए सुनील राठी के अलावा सुभाष ठाकुर व अजीत उर्फ हप्पू जैसे हार्डकोर अपराधियों की हाई सिक्योरिटी बैरक पर जेल अधिकारी नजर रख रहे हैं। इनकी बैरक की सुरक्षा में लगे बंदीरक्षकों व अन्य जेल कर्मियों को रडार पर लिया गया है। जेल के आसपास असामाजिक तत्वों की बढ़ी सरगर्मी के मद्देनजर भी प्रशासन चौकन्ना है।
बागपत जेल में शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपित सुनील राठी को यहां शिफ्ट किए जाने के बाद से ही पुलिस ने जेल के आसपास सर्विलांस से मानीटरिंग शुरू कर दी थी। इसी के आधार पर इस क्षेत्र में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नंबरों की बढ़ी सक्रियता से पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। आशंका जताई जा रही है कि सुनील राठी के गुर्गों की यहां आमद बढ़ी है। इनपुट के आधार पर राठी के सेल की सुरक्षा में लगे बंदीरक्षकों व कर्मचारियों को जेल प्रशासन ने रडार पर ले रखा है। राठी व अन्य बड़े अपराधियों की बैरक में लगे जेल कर्मियों की तैनाती में भी जल्दी जल्दी परिवर्तन किया जा रहा है, जिससे वह करीबी न बढ़ा सकें। वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी ने स्वीकार किया कि हाई सिक्योरिटी बैरकों में रखे गए बंदियों पर जेल प्रशासन कड़ी नजर रखे है। उन्होंने कहा कि इन बैरकों में तैनाती से पूर्व बंदीरक्षकों की कड़ी स्क्रीनिंग की जाती है। अच्छी छवि और तेज-तर्रार कर्मचारी ही लगाए जाते हैं। बताया कि सीमित स्टाफ के बावजूद जेल की व्यवस्था बेहतर है।