यूपी बोर्ड परीक्षा: सामूहिक नकल व गड़बड़ी में सात परीक्षा केंद्र डिबार
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल, पुनर्परीक्षा, प्रश्नपत्र आउट ह
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल, पुनर्परीक्षा, प्रश्नपत्र आउट होने आदि की गड़बड़ी के चलते जिले के सात परीक्षाकेंद्रों को डिबार घोषित कर दिया गया। इन्हें 2019 की परीक्षा में बोर्ड परीक्षाकेंद्र नहीं बनाया जाएगा।
पिछले काफी वर्षों से सामूहिक नकल के लिए कुख्यात फर्रुखाबाद में तमाम प्रयासों के बावजूद नकल का खेल चलता रहा है। वर्ष 2019 की बोर्ड परीक्षा के लिए जारी दिशा-निर्देशों के साथ सात डिबार केंद्रों की सूची भी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने घोषित की है। सूची में शामिल विद्यालयों को परीक्षा केंद्र न बनाने के निर्देश दिए हैं। खास बात यह है कि 2018 की परीक्षा में गड़बड़ी पर एक भी केंद्र डिबार नहीं है। वर्ष 2016 व 2017 की परीक्षाओं में अनियमितता पर कार्रवाई हुई है।
नकल के लिए कुख्यात मोहम्मदाबाद ब्लाक के ही पांच केंद्र
जो सात परीक्षा केंद्र डिबार हुए हैं, उनमें नकल के लिए बदनाम मोहम्मदाबाद ब्लाक के पांच केंद्र शामिल हैं। मोहम्मदाबाद के सीताराम पाल इंटर कालेज चंपापुरी मदनपुर में 2017 की परीक्षा में 18 मार्च को प्रथम पाली में संकेतांक 345 वाला इंटर अर्थशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र आउट हो गया था। मोहम्मदाबाद के ही नेशनल पब्लिक इंटर कालेज श्योगनपुर संकिसा, रक्षा देवी इंटर कालेज खिमसेपुर व स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज पंचम नगरिया को 2017 की परीक्षा में सामूहिक नकल के कारण डिबार किया गया। इन केंद्रों के छात्रों की नकल पकड़े जाने वाले पेपरों की पुनर्परीक्षा भी कराई गई थी। गोपीनाथ रविनाथ ¨सह इंटर कालेज मानिकपुर मोहम्मदाबाद को परीक्षा आवेदनपत्र अग्रसारण में अनियमितता पर डिबार श्रेणी में रखा गया। नवाबगंज ब्लाक के सिद्धार्थ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगला चंपत को 2016 में पुनर्परीक्षा व एमबीआर इंटर कालेज पिलखना नवाबगंज को 2016 में सामूहिक नकल के आरोप में डिबार रखा गया है।
2019 के केंद्रों की नहीं आई सूची
इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन कालेज विवरण के अनुसार कर रहा है। बोर्ड ने अभी अनंतिम सूची नहीं भेजी। सूची आने पर आपत्तियां मांगी जाएंगी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति आपत्ति निस्तारण कर अंतिम सूची जारी करेगी।
ऑडियो वाले सीसी कैमरा नहीं लगे
शासन के निर्देश के बावजूद अभी तक 90 फीसद विद्यालयों ने ऑडियो वाले सीसी कैमरे नहीं लगवाए। गत बोर्ड परीक्षा में बोलकर नकल कराए जाने की शिकायतों पर इस वर्ष शासन ने आडियो/वीडियो सीसी कैमरा के निर्देश भेजे हैं।
घट सकते परीक्षा केंद्र
गत वर्ष लगभग 49,000 छात्र संख्या पर 63 परीक्षाकेंद्र बने थे। इस बार तीन हजार छात्र संख्या घट गई। डीआइओएस कमलेश बाबू का कहना है कि छात्र कम होने से परीक्षाकेंद्र घटने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।