ट्रूनॉट मशीन से जांच में मनमानी, फंस गए प्रसूताओं के ऑपरेशन
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद लोहिया अस्पताल में ट्रूनॉट मशीन से जांच करने में कर्मचारी के
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लोहिया अस्पताल में ट्रूनॉट मशीन से जांच करने में कर्मचारी के मनमानी के चलते गर्भवती के ऑपरेशन लटक गए। इस कारण उनकी जान पर आ गई। इस मामले की जानकारी होने पर चिकित्सकों ने कर्मचारी की जमकर फटकारा और जांच कराई। उसके बाद प्रसूताओं के ऑपरेशन किए जा सके।
गंभीर मरीजों के इलाज और ऑपरेशन से पहले उनकी कोविड जांच के लिए लोहिया अस्पताल में ट्रूनॉट मशीन लगाई है। जांच करने को संविदा पर तीन लैब टेक्नीशियन (एलटी) भी तैनात हैं। इनमे से एक कर्मचारी की मनमानी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। रविवार सुबह उक्त लैब टेक्नीशियन अपनी ड्यूटी पर सुबह आठ बजे की बजाए 10:30 बजे के बाद पहुंचे। इस दौरान लोहिया महिला अस्पताल की तीन गर्भवती समेत 11 मरीजों के सैंपल होने थे। कर्मचारी के न आने पर आइसोलेशन में ड़्यूटी कर रही लैब टेक्नीशियन अमृता श्रीवास्तव को बुलाया गया। जिस पर उन्होंने सभी मरीजों के सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए रख दिए। ड्यूटी पर देरी से पहुंचे कर्मचारी ने इसके बावजूद सैंपल की जांच नहीं की। इस पर गर्भवती के ऑपरेशन नहीं हो सके। एक महिला का साधारण प्रसव करा दिया गया, लेकिन दो के ऑपरेशन नहीं हो सके। मंगलवार सुबह जब जांच रिपोर्ट निगेटिव आई तब महिलाओं के ऑपरेशन किए गए। देरी से जांच करने पर पैथालॉजिस्ट डॉ. स्वास्ति बाजपेयी ने नाराजगी जताई।