फिर धधका बबुरारा, ताबड़तोड़ फायरिग में दो लोग घायल
गांव बबुरारा में दो पक्षों के बीच खूनी रंजिश चली आ रही है। विगत दो दिन पूर्व हुई फायरिग के मामले में थाना पुलिस द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। जिसके चलते बुधवार तड़के फिर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी गई। इस दौरान एक युवक के पैर में गोली जा लगी। पुलिस ने महिलाओं समेत छह लोगों को हिरासत में ले लिया है।
संवाद सूत्र, नवाबगंज : गांव बबुरारा में चल रही दो पक्षों के बीच खूनी रंजिश की आग फिर से धधक उठी। दो दिन पूर्व हुई फायरिग की घटना को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते बुधवार तड़के फिर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी गई। इस दौरान एक युवक के पैर में गोली लगी। शाम को दूसरे पक्ष से भी एक को घायलावस्था में थाने लाया गया। महिलाओं समेत छह लोगों को हिरासत में ले लिया है।
थाना क्षेत्र के गढि़या बबुरारा में मुलायम सिंह और धर्मवीर सिंह के बीच हत्या के मुकदमे में रंजिश है। सोमवार शाम दोनों पक्षों में ताबड़तोड़ फायरिग हुई थी। पुलिस ने एक पक्ष के दो लोगों को हिरासत में लिया था। बुधवार सुबह पांच बजे मुलायम सिंह का पुत्र प्रमोद कुमार खेत जा रहा था। इसी बीच धर्मवीर का सामना प्रमोद से हो गया। दोनों में गाली गलौज होने पर विवाद बढ़ने बढ़ गया और समर्थक जुट गए। दोनों पक्षों के बीच फायरिग शुरू हो गई। इस दौरान प्रमोद के पैर में गोली लग गई। गोली की आवाज सुनकर प्रमोद के परिजन जब पहुंचे तो हमलावर फायरिग करते हुए भाग गए। थानाध्यक्ष वेदप्रकाश पांडेय, एसआई मंगल सिंह मौके पर पहुंचे। घायल प्रमोद कुमार को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं शाम को दूसरे पक्ष से धर्मवीर सिंह की बाह में गोलने की जानकारी दी गई। परिजनों ने बताया कि धर्मवीर सिंह पड़ोसी ग्राम घुमइया रशूलपुर के समीप मक्के के खेत मे पड़े थे। धर्मवीर सिंह की पत्नी रेखा देवी ने एंबुलेंस को फोन किया। जानकारी पर थानाध्यक्ष वेदप्रकाश पांडेय ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली। चिकित्सक सुमित कुमार सिंह ने धर्मवीर को भी लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। 2017 से शुरू हुई खूनी रंजिश
एक अक्टूबर 2017 को मेड़ काटने के विवाद में मुलायम सिंह के भतीजे पुष्पेंद्र सिंह यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमले में अजब सिंह व राजीव सिंह घायल हुए थे। मुलायम सिंह द्वारा गांव के हरिनंदन सिंह यादव, उनके भाई धर्मवीर सिंह, अनंतराम, सतेंद्र कुमार व कर्मवीर सिंह, ओमवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने सभी आरोपितों को जेल भेजा था। तत्कालीन थानाध्यक्ष रजनेश चौहान ने हरिनंदन सिंह यादव को मुख्य आरोपित बनाकर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। आरोपित हरिनंदन सिंह यादव अभी भी जेल में है। अन्य आरोपी जमानत पर हैं। 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बुधवार को घायल प्रमोद के पिता मुलायम सिंह ने धर्मवीर, हरिभान सिंह, सतेंद्र उर्फ जितेंद्र सिंह उर्फ परखे, अनंतराम, नमन कुमार, कुलदीप कुमार, अवधेश कुमार, अंकित कुमार, अमित कुमार उर्फ सनी, शिवम कुमार व विपिन कुमार के खिलाफ जानलेवा हमले व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इससे पहले सोमवार को हुई फायरिग के मामले में कर्मवीर सिंह ने मुलायम सिंह व उसके पुत्रों प्रमोद कुमार, संतोष कुमार, राजीव कुमार, अजब सिंह व दूसरे पक्ष से संगीता देवी पत्नी संतोष कुमार ने धर्मवीर, हरिभान, अंतराम, सतेन्द्र उर्फ जितेंद्र, कर्मवीर, ओमवीर, राहुल कुमार, कुलदीप कुमार के खिलाफ जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज कराए थे। आरोपितों की तलाश में छापेमारी
गढि़या बबुरारा में पिछले तीन दिनों से हो रही फायरिग के मामले में क्षेत्राधिकारी राजवीर सिंह, थानाध्यक्ष वेदप्रकाश पांडेय, उपनिरीक्षक मंगल सिंह, भभूती प्रसाद ने पुलिस बल व यूपी 100 के जवानों के सथ आरोपितों के घरों में छापेमारी की। पुलिस बल देखकर ग्रामीण खेतों की ओर भाग गए। उधर तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।