प्रशासन की लापरवाही पर ग्रामीणों में आक्रोश
रशीदापुर गांव में बोरवेल में गिरी सीमा को बचाने के लिए शुरू किए गए आपरेशन असीम के विफल होने के बाद भी प्रशासन खोदे गए गड्ढे की मिट्टी को दबाने में शिथिलता बरत रहा है। जिस कारण आस पड़ोस के लोग दहशतजदा जिदगी जीने को मजबूर है।
संवाद सूत्र, कमालगंज : रशीदापुर गांव में बोरवेल में गिरी सीमा को बचाने के लिए शुरू किए गए आपरेशन असीम के विफल होने के बाद भी प्रशासन खोदे गए गड्ढे की मिट्टी को दबाने में शिथिलता बरत रहा है। जिस कारण आस पड़ोस के लोग दहशतजदा जिदगी जीने को मजबूर है।
आठ वर्षीय सीमा को बचाने के लिए 13 मीटर चौड़ा, बीस मीटर लंबा तथा चालीस फिट गहरा गड्ढा खोदा गया था। आपरेशन विफल होने के बाद आनन-फानन गड्ढे को पोकलैंड मशीन से भरवा दिया गया था, लेकिन मिट्टी को दबाने के लिए पानी नहीं भरवाया गया। गांव में आलम यह है कि घटनास्थल के आसपास घरों के लोग अपने बच्चों को गड्ढे की कमजोर मिट्टी के कारण घरों से नहीं निकलने देते हैं। शिवराम सिंह ने बताया कि आपरेशन के दौरान सबसे अधिक नुकसान उन्हीं का हुआ है। उनका ही परिवार घर में कैद है। घर के चारों ओर मिट्टी पोली होने के कारण बच्चों के मिट्टी में घुस जाने का खतरा बना रहता है। उपजिलाधिकारी अमित आसेरी ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को खोदाई स्थल पर तत्काल कर्मचारी लगाकर 60 गड्ढे खोदकर पानी भरवाकर रोलर से मिट्टी दबाने के आदेश दिए थे, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने दूसरे दिन भी काम शुरू नहीं कराया।