पुस्तकें जलाने की जांच, चौकीदार बयान से पलटा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें जनपदीय भंडारण केंद्र के निकट जलाए जान
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें जनपदीय भंडारण केंद्र के निकट जलाए जाने के मामले में खंड शिक्षा अधिकारियों की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी। शनिवार को दो खंड शिक्षा अधिकारी ही जांच करने पहुंचे। उन्होंने चौकीदार से पूछताछ की, तो वह बयान दर्ज कराने से ही कन्नी काट गया। इससे मामला और पेचीदा हो गया है। अनियमितता में फिलहाल एफआइआर दर्ज होना तय माना जा रहा है।
फतेहगढ़ स्थित नरेंद्र सरीन स्कूल परिसर में निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकों का जनपदीय भंडारण केंद्र व दिव्यांग बच्चों का आवासीय कैंप संचालित है। कैंप परिसर में शौचालयों के पास सोमवार को बड़ी तादात में पुस्तकें जलाई गई थीं। नगर शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट डीएम से खारिज होने के बाद बीएसए ने बीईओ शमसाबाद बेगीश गोयल, कमालगंज के रंगनाथ चौधरी व बढ़पुर के संजय कुमार शुक्ला की जांच कमेटी गठित की। शनिवार को शमसाबाद व बढ़पुर के बीइओ ने नरेंद्र सरीन स्कूल पहुंचकर मौके पर जांच की। उन्होंने छत पर स्थित कमरा भी देखा तो वहां 2017-18 की किताबों के बंडल रखे मिले। इस कमरे में आवासीय कैंप के शिक्षक भी रहते हैं। जांच के दौरान बयान दर्ज होने के डर से चौकीदार रामबहादुर टीम के करीब ही नहीं पहुंचा। कैंप की जिम्मेदारी संभाले जिला समन्वयक राजेश वर्मा के बयान भी नहीं हो सके। किताबें जलने के दौरान बनाई गई वीडियो क्लिप में मौके पर मौजूद बनियान पहने व्यक्ति को कैंप की वार्डन व शिक्षकों ने पहचानने से मना कर दिया। केयरटेकर रंजीत, रेनू व तीन रसोइयों से भी पूछताछ की गई। भंडार प्रभारी गंगेश शुक्ला व डीसी सरिता त्रिवेदी का भी बयान दर्ज किया गया। बीईओ ने बताया कि वह जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंपेंगे।