खेल में राजनीति के चलते दम तोड़ रही प्रतिभाएं
डब्ल्यूडब्ल्यूई चेंपियन ?दिलीप सिंह राणा उर्फ खली ने बुधवार को दैनिक जागरण से वार्ता के दौरान कुश्ती को अपना जुनून बताया। देश में खेलों की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि खेलों में राजनीति के चलते हमारे यहां अच्छे खिलाड़ियों की प्रतिभा को प्रदर्शन के लिए मंच नहीं मिल पाता है। स्पोर्ट हास्टलों में प्रशिक्षकों और सुविधाओं की कमी के अलावा खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन दिलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली ने खिलाड़ियों की दम तोड़ती प्रतिभा की वजह खेल में राजनीति के बढ़ता दबदबा बताया। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में उन्होंने खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश में अच्छे खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने के लिए मंच ही नहीं मिल पाता। न तो स्पोर्ट्स हॉस्टलों में अच्छे प्रशिक्षक हैं और न ही खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल रही हैं।
शहर के एक पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में भाग लेने आए खली ने कहा कि फिल्में नहीं रेसलिंग ही जिंदगी का जुनून है। इसीलिए अमेरिका में 13 साल रहने के बाद वहां के फिल्मी करियर और कारोबार को बंद करके देश लौटा हूं। डब्ल्यूडब्ल्यूई से संन्यास के बाद जालंधर में सीडब्ल्यूई रिग की स्थापना की है। वहीं युवाओं को रेसलिंग के लिए तैयार कर रहा हूं। अब तक आधा दर्जन युवा डब्ल्यूडब्ल्यूई में शामिल भी हो चुके हैं। बताया कि रेसलिग में विशेष रूप से शारीरिक बनावट की दृष्टि से भारतीयों की अपेक्षा पश्चिमी देशों के नागरिक प्राकृतिक रूप से ज्यादा मजबूत हैं।