13 दिन में दो बार फर्रुखाबाद पहुंचे अटल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी से विशेष लगाव रहा। वह पांच बार यहां आए। ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के बाद तो उनके अंतिम संस्कार व तेरहवीं में भी शामिल हुए। हर बार अटल जी कार्यकर्ताओं को नाम लेकर बुलाते थे। गुरुवार शाम उनके निधन की खबर से लोग शोक में डूब गए।
ब्रह्मदत्त द्विवेदी का चुनाव प्रचार करने के लिए अटल जी वर्ष 1980 में फर्रुखाबाद आए थे। उनकी सभा पटेल पार्क में हुई थी। दूसरी बार वह उनके भतीजे प्रभुदत्त द्विवेदी के तिलक समारोह में 1993 में आए। 10 फरवरी 1997 को ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के बाद अटल जी, लालकृष्ण आडवाणी व मुरलीमनोहर जोशी के साथ अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। 22 फरवरी 1997 को स्व. द्विवेदी के पैतृक गांव अमृतपुर में आयोजित तेरहवीं संस्कार में भी अटलजी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मदत्त द्विवेदी को अपना उत्तराधिकारी बताया था। 10 फरवरी 2005 को स्व. द्विवेदी की पुण्यतिथि पर बद्री विशाल डिग्री कालेज में आयोजित सभा को संबोधित किया था। भाजपा विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने बताया कि अटलजी को उनके परिवार से बेहद लगाव था। उनके विवाह (सुनीलदत्त द्विवेदी के) में 1992 में शामिल हुए थे। अटलजी ने ही उनकी बेटी श्रेया का नामकरण पारिवारिक कार्यक्रम में किया था। स्व. ब्रह्मदत्त द्विवेदी की काव्य पुस्तक 'जब हम न होंगे' का संपादन और विमोचन उन्होंने ही प्रधानमंत्री रहते किया था।
भाजपा के सभी कार्यक्रम निरस्त
भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यपाल ¨सह ने बताया कि अटल जी के निधन के चलते शुक्रवार को भाजयुमो की ओर से निकाली जाने वाली प्रभातफेरी व पूर्व घोषित सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं।