स्वेटर जांच को बनेंगी टीमें, सत्यापन पूरा होते ही होगी रिकवरी
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में स्वेटर वितरण की ठेकेदारी व्यवस्था के खिल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में स्वेटर वितरण की ठेकेदारी व्यवस्था के खिलाफ दैनिक जागरण के अभियान से विभागीय अधिकारियों की नींद टूट रही है। कई विद्यालयों में दलालों द्वारा डाले गए घटिया स्वेटर बंटने की शिकायतें आ रही हैं। इसको देखते हुए सभी विद्यालयों में स्वेटर पाने वाले छात्रों की संख्या व उनकी गुणवत्ता का सत्यापन कराने की तैयारी है।
जिले के 1855 परिषदीय विद्यालयों के एक लाख 66 हजार से अधिक बच्चों के स्वेटर के लिए 3.32 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत है। प्रथम किश्त के 1.66 करोड़ रुपये विद्यालयों को स्थानांतरित किए जाने की कार्रवाई चल रही है। नियमानुसार 15 सदस्यीय विद्यालय प्रबंध समिति में से स्वेटर खरीद को चार सदस्यीय क्रय समिति गठित कर कोटेशन मांगे जाने थे। 200 रुपये में जो कोटेशनदाता सबसे अच्छी गुणवत्ता के स्वेटर का नमूना देता, उसी को क्रय आदेश देकर खरीद की जानी थी। लेकिन ठेकेदारों ने पंजाब व हरियाणा से घटिया स्वेटर मंगाकर स्कूलों में आपूर्ति पहुंचा दी। प्रधानाध्यापकों से छत्तीस का आंकड़ा रहने वाले कुछ शिक्षकों का ही कहना है कि कई विद्यालयों में 115 से 145 रुपये का स्वेटर डाला जा रहा है। गुणवत्ता भी खराब है। जबकि शासन से 200 रुपये स्वेटर की दर निर्धारित है। कुछ विद्यालयों में लगातार अनुपस्थित रहने वाले छात्रों को भी वितरण दिखाए जाने की शिकायत है। इस मामले में प्रशासन भी सख्त हो रहा है। जिलाधिकारी ने भी हर हाल में गुणवत्तापरक स्वेटर बंटवाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम¨सह ने बताया कि कोटेशन लेकर एसएमसी की क्रय समिति निर्धारित धनराशि में सबसे अच्छा स्वेटर खरीदे। स्वेटर जांच को टीमें बनाई जाएंगी। छात्र संख्या का सत्यापन होगा। गड़बड़ी मिलने पर एसएमसी से रिकवरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब तक 58 फीसद छात्रों को स्वेटर वितरण की रिपोर्ट आयी है।