एसपी, सीओ, एसओ डीजीपी कार्यालय तलब
साढ़े पांच माह बीतने के बावजूद पुलिस नीतू हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं कर सकी है। यह स्थिति तब है जब जिले के अलावा शाहजहांपु पुलिस भी जांच कर रही है। पर्दाफाश में देरी होने पर डीजीपी कार्यालय में लोक शिकायत के पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने जिले व शाहजहापुर के एसपी सीओ और थानाध्यक्ष को तलब कर जांच के बारे में सवाल जबाव किया
जागरण टीम, फर्रुखाबाद : साढ़े पांच माह बीतने के बावजूद पुलिस नीतू हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं कर सकी है। पर्दाफाश में देरी होने पर डीजीपी कार्यालय में लोक शिकायत के पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने जिले व शाहजहापुर के एसपी, सीओ और थानाध्यक्ष को तलब कर जांच के बारे में सवाल जबाव किया।
जनपद मैनपुरी के थाना दन्नाहार के गांव नगला मठिया निवासी मिथुन उर्फ नीतू 20 जुलाई को कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव भटपुरा में अपनी बहन के घर आया था। 25 जुलाई को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। उसके शव को शाहजहांपुर के मिर्जापुर थाना क्षेत्र में रसूलपुर भट्ठा के पास फेंक दिया गया था। इस मामले में रक्षपाल ने पुत्र की हत्या के मामले में गांव के ही बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महाराज सिंह, उनके पुत्र मुकेश, जितेंद्र उर्फ गुड्डू, बड़े भाई कामता प्रसाद, भोगांव थाना क्षेत्र के छाछा निवासी ट्रक चालक रामबिहारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मिथुन के ताऊ समेत तीन लोगों को हिरासत मे ले लिया था। हालांकि बाद में पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया था। घटना का पर्दाफाश करने में नाकाम पुलिस के खिलाफ डीजीपी कार्यालय में शिकायत की गई। सोमवार को लोक शिकायत के आइजी नवीन अरोड़ा ने पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा, सीओ अमृतपुर राजवीर सिंह गौर, एसओ अंगद सिंह, सर्विलांस टीम के अलावा शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक, सीओ और मिर्जापुर एसओ को तलब किया। आइजी ने नीतू हत्याकांड के बारे में सवाल जवाब किए। बताया गया है कि हत्याकांड की विवेचना एसटीएफ से कराए जाने की कवायद की जा रही है।